उपखंड के गांव शुरू से ही भिंडी उत्पादन में अग्रणी रहा है। केशवरायपाटन, गुडली, गुडला, पटोलिया, विजयनगर , चितावा, भवानीपुरा, तीरथ, मेहराना, गामछ, देहीत, सीन्ता, कणा के किसान भिंडी की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। अच्छे भाव मिलने पर अच्छी आमदनी होती हैं। भिंडी उत्पादक किसान परिवार के सदस्यों एवं श्रमिकों के साथ सुबह से ही अपने खेतों में ताजा भिंडी तोड़ने के लिए निकल पड़ते हैं। सुबह से दोपहर 12 तक खेतों से भिंडी तोड़कर बोरियों में भरकर गुडली पहुंचते हैं, जहां व्यापारी बोली लगाकर भिंडी खरीदते हैं।
उपखंड की भिंडी का स्वाद सबसे अलग होने से इसकी मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। यहां से प्रतिदिन भिंडी दिल्ली, हरिद्वार, जयपुर, कोटा, बूंदी, बारां झालावाड़ में मांग बनी रहती है। भिंडी की आवक शुरू होते ही यहां स्थानीय खरीददार के साथ कोटा के व्यापारी भी भिंडी खरीदने पहुंच रहे हैं। यहां से प्रतिदिन दो दर्जन लोडिंग वाहन भिंडी लेकर महानगरों के लिए जा रही है।