5 दिन पहले नानी के घर आया था मासूम
कादरचौक के जिंसी नगला गांव में अचानक गैस सिलेंडर में आग लगने से पूरा छप्परनुमा घर धू-धूकर जल उठा। लपटें उठती देख गांव में अफरा-तफरी मच गई। अपनी जान बचाने के लिए मासूम सुमित और दीपक घर भागने की जहग चारपाई के नीचे छिपकर रजाई ओढ़कर बैठ गए, लेकिन आग इतनी भयावह थी कि दोनों जिंदा जल गए। परिवार के लोगों ने बताया कि दीपक पांच दिन पहले ही अपनी नानी के घर आया था और अग्निकांड ने वापस नहीं जाने दिया।मासूमों की चीखें धुएं में घुटकर गुम हो गईं
सिलेंडर फटने के बाद धमाका हुआ और फिर तेज लपटों से आग लगी, धुएं के गुबार में आंखें चौंधिया गईं, सांसें रुकने लगीं। जो जहां था वहीं से आग बुझाने के लिए दौड़ा। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जिन मासूमों की खिलखिलाहट से गलियां गूंजती थीं, उनकी चीखें धुएं में घुटकर कहीं गुम हो गईं। जहां कभी मासूमों की किलकारियां गूंजती थीं वहां अब करुण क्रंदन है। यह भी पढ़ें