सभा की शुरुआत में पहला घंटा पार्षदों के सवाल-जवाब के लिए निर्धारित किया गया है। अब तक 30 पार्षदों ने कुल 60 सवाल लगाए हैं। तय समय में जितने भी सवाल लिए जा सकेंगे, उनका जवाब महापौर और एमआईसी सदस्य द्वारा दिया जाएगा। सभा को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में रणनीतिक तैयारी शुरू हो चुकी है। भाजपा पार्षद दल की बैठक 14 अप्रैल सोमवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित की जाएगी, जिसमें एमआईसी सदस्य भी शामिल होंगे।
इस बैठक में 15 अप्रैल को होने वाली सामान्य सभा को लेकर पार्टी की रणनीति तैयार की जाएगी। चूंकि भाजपा के पास पार्षदों में बहुमत है, ऐसे में यह सामान्य सभा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इधर कांग्रेस पार्षद दल भी कांग्रेस भवन में दोपहर 12 बजे बैठक करने जा रहा है। इस बैठक में सामान्य सभा में प्रस्तुत किए जाने वाले प्रस्तावों और सवालों के माध्यम से किस तरह सत्ता पक्ष को घेरना है इसकी तैयारी करेंगे।
यह भी पढ़े: 15 वर्ष तक कांग्रेस निभा चुकी विपक्ष की भूमिका निगम में अब भाजपा पार्षदों का बहुमत है। 5 साल बाद फिर से कांग्रेस सामान्य सभा में विपक्ष की भूमिका में होगा। इसके पहले 15 साल तक भाजपा शासन काल में पूर्व महापौर वाणी राव, रामशरण यादव के कार्यकाल को छोड़कर कांग्रेस ने सदन में विपक्ष की भूमिका निभाई है। रामशरण यादव के कार्यकाल में कांग्रेस पार्षद दल का बहुमत था। लेकिन वाणी राव के कार्यकाल में भाजपा पार्षद दल का बहुमत था। पहले वाणी राव कांग्रेस से चुनाव जीती थीं अब वो भाजपा में शामिल हो गई हैं।
नेता प्रतिपक्ष अब तक तय नहीं सामान्य सभा को केवल दो दिन ही बचे हैं लेकिन कांग्रेस ने अब तक निगम में अपना नेता प्रतिपक्ष तय नहीं किया है। कांग्रेस शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष का नाम रायपुर से ही तय होगा। 14 अप्रैल को 18 कांग्रेस पार्षदों की बैठक कांग्रेस भवन में रखी गई है। जहां सामान्य सभा में जनता और वार्डों की समस्या सदन में रखने पर चर्चा होगी। इधर निगम में नेता प्रतिपक्ष के लिए शहजादी कुरैशी, भरत कश्यप के अलावा पुष्पेंद्र साहू के नाम की चर्चा हो रही है।