अभी जिले में 10 पंस. और 367 ग्राम पंचायत
बीकानेर जिले में अभी बीकानेर, नोखा, श्रीडूंगरगढ़, खाजूवाला, कोलायत, लूणकरनसर, पूगल, बज्जू, पांचू और हदां हैं। इनमें 367 ग्राम पंचायत हैं। पंचायत पुनर्गठन के तहत बीकानेर पंचायत समिति में शामिल कोलायत विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों से बच्छासर, लूणकरनसर विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों से बीकानेर और खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों से पैमासर नई पंचायत समिति के गठन पर विचार चल रहा है। इसमें बच्छासर का पंचायत समिति मुख्यालय बीकानेर ही रखने की मांग उठ रही है। ऐसे में बच्छासर की जगह इसे बीकानेर ग्रामीण या बीकानेर पश्चिम नाम से गठित किया जा सकता है।
नोखा में दो, खाजूवाला व कोलायत में एक-एक
सूत्रों के मुताबिक नोखा पंचायत समिति की कुछ ग्राम पंचायतों को तोड़कर जसरासर और ईस्ट नोखा नई पंचातय समिति का गठन किया जा सकता है। श्रीडूंगरगढ़ की कुछ पंचायतों को तोड़कर रीढी पंचायत समिति और खाजूवाला में अलग कर छतरगढ़ पंचायत समिति का गठन करने पर विचार चल रहा है। इसी तरह कोलायत पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों को अलग कर गिरिराजसर नई पंचायत समिति गठित की जा सकती है।
यहां नई पंचायत समिति नहीं
अभी पूगल, बज्जू, हदां, पांचू पंचायत समिति क्षेत्र में ज्यादा बदलाव होने की संभावना कम जताई जा रही है। नई पंचायत समिति गठन के लिए कम से कम 15 ग्राम पंचायतों और 20 से अधिक गांव की आवश्यकता पड़ती है। औसत प्रत्येक पंचायत समिति में पांच-छह नई ग्राम पंचायतों का गठन किया जा रहा है। इस लिहाज से पचास से अधिक नई ग्राम पंचायतों का सृजन किया जा सकता है।
राजनीति नफा-नुकसान पर नजर
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां नई पंचायत समितियों के सृजन, उनके क्षेत्र और पंचायत समिति मुख्यालय को लेकर राजनीतिक नफा-नुकसान का आंकलन कर रही है। कांग्रेस ने अभी केवल बच्छासर को लेकर पंचायत समिति मुख्यालय बीकानेर रखने की मांग की है।