होली में भी नहीं दिखे पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर के मुताबिक, वल्लभ गार्डन डी सेक्टर के मकान नंबर 121 से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे, तो मकान मालिक नितिन खत्री (45), उनकी पत्नी रजनी देवी (40) एवं बेटी जेसिका (18) के शव कमरों में मिले। नितिन का शव एक कमरे में तो पत्नी व बेटी का शव दूसरे कमरे में था। शव पांच-सात दिन पुराने होने का अंदेशा है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, पड़ोसियों की मानें, तो घर में होली के एक-दो दिन पहले से कोई हलचल नहीं हो रही थी। पुलिस रात करीब साढ़े नौ बजे घर पहुंची।
फिर उठा सवाल: हंसमुख परिवार कैसे पहुंचा इस हाल में
बुधवार की घटना को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक, नितिन इलेक्ट्रीशियन था। पंखे, कूलर की मरम्मत के अलावा बिजली का सामान भी बेचता था। वल्लभ गार्डन में ही उसकी दुकान थी। वह बहुत मेहनती, हंसमुख और अच्छे व्यवहार वाला था। पत्नी व बेटी भी ऐसे ही थे। हालांकि, वे अधिकांश समय घर पर ही बिताते थे। वह अपनी बेटी को खेल एकेडमी में डालना चाहता था। नितिन समाजसेवी इकबाल खान का मित्र भी था। वह 20 दिन पहले इकबाल से मिला, तब बेटी जेसिका को खेल एकेडमी में डालने की बात की थी। ऐसे में अचानक क्या हुआ…शहर में फिर से यह सवाल उठ खड़ा हुआ है।