एएसपी सिटी सौरभ तिवाड़ी ने बताया कि सेक्टर नंबर दो के एक मकान में धर्मेन्द्र तंवर पुत्र महावीर प्रसाद व उसका दोस्त प्रभात पुत्र विनय कुमार शर्मा का शव मिला है। धर्मेन्द्र का शव नीचे फर्श पर पड़ा था जबकि प्रभात का शव सोफे पर था। घटनास्थल से नशे के कई इंजेक्शन व सिरिंज मिली हैं। आशंका है कि दोनों की मौत नशे की ओवरडोज लेने से हुई है।
पहले रहता था दिल्ली, अब बीकानेर में
एमपी कॉलोनी थानाधिकारी धीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि धर्मेन्द्र पहले दिल्ली में रहता था। पीबीएम अस्पताल में नर्सिंगकर्मी लगने के बाद बीकानेर रहने लग गया। वह नशे का आदी था। इसके चलते पत्नी व बच्चे उससे अलग रहने लग गए थे। मृतक धर्मेन्द्र व प्रभात दोनों दोस्त हैं। प्रभात अविवाहित है। उसके मां-पिता नहीं है। वह सेक्टर एक-33 में रहता था। दोनों धर्मेन्द्र के घर नशा करते थे। बच्चों को आई बदबू तब पता चला
थानाधिकारी शेखावत ने बताया कि शनिवार देर शाम बच्चे धर्मेन्द्र के घर के बाहर क्रिकेट खेल रहे थे। इस दौरान बच्चों को मकान से बदबू आई तो उन्होंने अपने परिजनों को इसके बारे में बताया। इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। मकान का गेट अंदर से बंद था। पुलिस पीछे का दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया और अंदर शव पड़े मिले।
पांच-छह दिन पुराने शव
पुलिस के अनुसार कमरे में युवकों के शव बुरी तरह खराब हो चुके थे। ऐसे में पहचान करना भी मुश्किल हो रहा था। यह पांच से छह दिन पुराने है। सावधान संस्थान के दिनेश सिंह भदौरिया, असहायक सेवा संस्थान के राजकुमार खड़गावत, खादिम खिदमतगार सोसायटी के नसीम की मदद से पुलिस ने शवों को पीबीएम मोर्चरी भिजवाया।