मामला नर्मदापुरम के शहीद भगत सिंह शासकीय पीजी महाविद्यालय पिपरिया का है। यहां विवि से हिंदी विषय की उत्तर पुस्तिकाएं कॉलेज में मूल्यांकन को भेजी गई थीं।
कॉपी जांचने का वीडियो वायरल
इस बीच कॉपी जांचने का एक वीडियो वायरल हुआ। जांच हुई तो पाया कि कॉलेज का चपरासी पन्नालाल पठारिया कॉपियां जांच रहा है। मामले में 3 अप्रेल को जांच टीम ने अपना प्रतिवेदन उच्च शिक्षा विभाग को सौंपा। प्रारंभिक जांच में दोषी दोनों प्राध्यापकों के साथ ही चपरासी पन्नालाल व अतिथि शिक्षक खुशबू के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। ये भी पढ़ें: एमपी में 40 गांवों के किसानों से ली गई जमीन, अब बिछेगी ‘तीसरी रेल लाइन’ अतिथि विद्वान ने 7 हजार में दिया ठेका
जांच टीम ने पाया कि विवि की उत्तर पुस्तिका कॉलेज प्रबंधन ने मूल्यांकन के लिए ठेके में दे दी थीं। कॉलेज से कॉपियां हिन्दी विषय की अतिथि विद्वान खुशबू पगारे को आवंटित हुईं। खुशबू ने इन्हें बुक लिफ्टर राकेश कुमार मेहर को 7 हजार रुपए के साथ किसी और से मूल्यांकन कराने दे दिया। फिर उसने पन्नालाल से इसकी जांच का सौदा 5 हजार में किया। कॉलेज के चपरासी ने सारी रकम बचाने के लिए खुद ही इनका मूल्यांकन कर डाला।