तीन जिले के 77 गांवों से गुजरेगी इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन धार, खरगोन और बड़वानी जिलों के आदिवासी अंचल से गुजरेगी। इस परियोजना के अंतर्गत एक हजार गांवों को फायदा पहुंचेगा। इस परियोजना के चलते इंदौर से मुंबई की दूरी 830 किलोमीटर से घटकर 568 किलोमीटर रह जाएगी। रेल मंत्रायल के द्वारा 14 जनवरी को नोटिफिकेशन महू तहसील के खेड़ी, चैनपुरा, कमदपुर, खुदालपुरा, कुराड़ाखेड़ी, अहिल्यापुर, नांदेड़, जामली, कैलोद, बेरछा, गवली पलासिया, आशापुरा, मलेंडी, कोदरिया, बोरखेड़ी, चौरड़िया, न्यू गुराडिया, और महू केंटोमेंट एरिया की चिह्नित जमीन का रेल प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहण होना है।
16 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा
इस परियोजना के पूरा होने पर 16 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा। प्रोजेक्ट को हर साल लगभग 900 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व मिलेगा। इस प्रोजेक्ट को गति शक्ति योजना में शामिल किया गया है। जिसमें सीधे तौर पर पीएमओ निगरानी कर रहा है।
17.66 किलोमीटर की 7 सुरंगें बनेंगी
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन के अंतर्गत एमपी में पहाड़ों के अंदर 17.66 किलोमीटर लंबी सात सुरंगें बनाईं जाएंगी। जिसमें सबसे लंबी सुरंग 6 किलोमीटर होगी। प्रदेश में चंबल, नर्मदा देवऔर गोई नदी पर ब्रिज बनेंगे।