गिरोह के सदस्यों ने यूपी, बिहार के गांवों में पर्चे बांटे हैं, जिसमें वादा किया गया है एक स्वयंसेवी संगठन गरीब कन्याओं की शादी करवाता है। संगठन के पास दर्जनभर से खूबसूरत लड़कियों का बायोडाटा है। जो शादी योग्य हैं। लेकिन गरीबी की वजह से उनकी शादियां नहीं हो रहीं।
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ये रैकेट भोले-भाले पुरुषों को फंसाता है और मोटी रकम के बदले में उपयुक्त दुल्हन दिलाने का वादा करता है। शादी के इच्छुक युवाओं को भोपाल लाया जाता है और उनसे पैसे ऐंठने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है। ऐसे ही एक पीड़ित कालीचरण सेन जो यूपी के बांदा जिले के पिपरीखेरवा गांव के निवासी हैं। वे ठगी के शिकार हुए और पुलिस आयुक्त से शिकायत कर गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
15 खूबसूरत लड़कियों से मिलवाया
पीड़ित कालीचरण सेन के अनुसार, उसके गांव में एक पर्चा बांटा गया था, जिसमें शादी के लिए दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को गया था। छपे नंबर पर संपर्क किया तो उसे भोपाल बुलाया गया। यहां स्टेशन पर कुछ लोग लेने आए और एक अज्ञात स्थान पर ले गए। यहां उसे लगभग 15 खूबसूरत लड़कियों से मिलवाया गया। बताया गया कि ये सभी शादी की इच्छुक हैं। यह भी पढ़ें- इंटरनेट की दुनिया में ठगी का मायाजाल, सिर्फ 4 साल में 25 गुना बढ़े साइबर फ्रॉड शगुन के नाम पर ठगी का खेल
एक लड़की को कालीचरण ने शादी के लिए चुना। तब लड़की ने उससे 25,000 रुपए मांगे। लड़की के परिवार वालों से भी मिलवाया गया, जहां उसने शगुन के तौर पर लड़की को 3 हजार रुपए दिए। बाद में तैयारियों के लिए कुछ और रुपए डिजिटल पेमेंट से लिए गए। बाद में लड़की ने शादी करने से इंकार कर दिया। इसके बाद एजेंटों ने उसके फोन कॉल का जवाब देना भी बंद कर दिया।
पर्चे में नहीं होता कोई पता
गिरोह एक खास तरीके से काम करता है। पर्चों में किसी भी दफ्तर का पता नहीं होता। इसके बजाय, एजेंट इच्छुक युवकों को भोपाल पहुंचने पर बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन से उठा लेते हैं। तय मुलाकातों के दौरान भावी दूल्हों को दिखाई जाने वाली लड़कियां अपना संपर्क विवरण साझा नहीं करतीं, जिससे धोखाधड़ी और बढ़ जाती है। कालीचरण के अनुसार, उसके गांव के ही करीब 60 लड़के अब तक ठगी का शिकार हो चुके हैं। यह भी पढ़ें- बारातियों से भरी पिकअप पलटने से 4 लोगों की दर्दनाक मौत, 20 से अधिक घायल इस तरह भी ठगी
गिरोह भोपाल न आने वाले युवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों की फर्जी फोटो दिखाकर शादी का लालच देता है। फिर शादी के नाम पर एक मोटी रकम अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लेता है। उसके बाद उनका फोन नंबर ब्लॉक कर दिया जाता है। फर्जी मैरिज ब्यूरो वाटसएप या टेलीग्राम ग्रुप पर चलाया जाता है।
सख्त कार्रवाई की जाएगी- पुलिस आयुक्त
इस संबंध में पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है कि, कालीचरण की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। उपलब्ध मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। मिश्रा का कहना है कि, धोखाधड़ी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।