जिसमें पीड़ित कमल सिंह सोंधिया (22) निवासी बुढ़नपुर ने बताया कि मेरी सगाई के लिए दूर के रिश्तेदार कालूसिंह सोंधिया निवासी रूपाहेड़ा और बालूसिंह सोंधिया निवासी झांझाहेड़ी आए और बातचीत की। उन्होंने सुसनेर निवासी जोरावर सिंह की लड़की राधा उर्फ़ राधिका सोंधिया से सगाई तय कराई। बदले में 11 लाख रुपए दिए। जिसमें से 5.75 लाख लड़की के पिता को देना थे।

14 अप्रैल को तय हुई थी शादी
14 अप्रैल को खिलचीपुर के लिंबोदा गांव में होने वाले सम्मेलन में शादी होना तय किया गया। शादी से पहले हमने रिश्तेदारों के सामने रुपए दे दिए। उसके बाद सम्मेलन में शादी की गई। बाकि के पैसे रूपहेड़ा निवासी दलाल कालूसिंह को दी गई। लेकिन शादी के मंडप में लड़की बदल दी गई। मामले में लीमाचौहान पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। जिसमें धोखाधड़ी करने वाले (जिस लड़की से सगाई हुई थी उनके परिजन) पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
युवक ने बताया कि जब अगले दिन घर जाने के बाद कमरे में जाने लगा तो महिला किसी से फोन पर बात कर रही थी। मैंने सुना की घर के सदस्यों और कमल को नींद की गोलियां खिला दूंगी। सभी लोगों के सोने के बाद जेवर और पैसे लेकर भाग जाऊंगी। शक होने पर घूंघट उठाया तो दूसरी लड़की निकली। नाम पूछने पर अपना नाम सलोनी बताया। बता दें कि, जिससे युवक की शादी होने वाली थी। वह राधा थी।

जेवर लेकर भागने की फिराक में थी दुल्हन
लीमाचौहान थाना प्रभारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दुल्हन से पूछताछ की गई तो बताया कि उसे किराए से लाया गया है। वह पहले से शादीशुदा है। दो दिन पहले उसे खंडवा से किराए में लाया गया था। पुलिस ने पूछताछ की तो सच सामने आ गया। दलाल कालू सिंह और बालू सिंह ने सुसनेर निवासी जोरावर सिंह और उसकी पत्नी के साथ मिलकर उनकी बेटी को दिखाकर संबंध कराया। फिर भोपाल में शरीक खान नामक व्यक्ति से नई लड़की (किराए की दुल्हन) का इंतजाम करने को कहा। शरीक ने खंडवा जिले के किल्लोद बिल्लोद तहसील हरसूद के रहने वाले जो वर्तमान में इटारसी में रहते थे से बात की। खंडवा निवासी जितेंद्र गोंड की मिलीभगत से उसकी पत्नी सलोनी गोंड को दुल्हन बनाकर दूसरी शादी करवा दी।