सदन में बजट सत्र में आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा था कि किसानों को जमीन का स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया जा रहा है, जिससे वे परेशान हैं। पूर्व में सिंहस्थ के लिए केवल कुछ महीनों के लिए ही उनकी जमीन ली जाती थी लेकिन अब स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया जा रहा है।
विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा कि यहां स्पिरिचुअल सिटी (आध्यात्मिक नगरी) बनाने की बात कही जा रही है। पता नहीं किसने यह बात कही। स्प्रिचुअलिटी किसी सिटी में नहीं रहती…क्रांक्रीट के भवन बनाकर स्पिरिचुअल सिटी नहीं बना सकते…।
आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय द्वारा विधानसभा में ऐसी खरी खरी कहने से राज्य सरकार की परेशानी बढ गई थी। इसके बाद एमपी बीजेपी ने विधायक को शो- काज नोटिस जारी कर दिया। बताया जा रहा है कि विधानसभा में विधायक चिंतामणि मालवीय द्वारा राज्य सरकार को घेरने के मामले की शिकायत पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को की गई। इसके बाद प्रदेश बीजेपी ने आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय को नोटिस जारी किया।
विधायक चिंतामणि मालवीय को नोटिस बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा जारी किया गया है। इसमें विधायक मालवीय से कहा गया है कि उनके हालिए बयानों के कारण से पार्टी की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। पार्टी ने विधायक चिंतामणि मालवीय से 7 दिनों में उनका स्पष्टीकरण मांगा है।
डॉ. चिंतामणि मालवीय ने सदन में कहा कि किसानों के मुताबिक कॉलोनाइजर्स और भू-माफिया ने मिलकर यह षड्यंत्र रचा है। जब तक हिन्दू हैं, सिंहस्थ चलेगा… सिंहस्थ की जमीन का ऐसे इस्तेमाल नहीं करें कि इससे बड़ा नुकसान हो जाए। कहीं ऐसा न हो कि सिंहस्थ की जमीन हमेशा के लिए खो दें। सिंहस्थ तंबुओं में ही होता है…