एमपी में वर्तमान में दो चक्रवातीय प्रणालियां सक्रिय हैं। मंगलवार को प्रदेश में सबसे अधिक 37 डिग्री सेल्सियस तापमान धार और रतलाम में दर्ज किया गया। रात का सबसे कम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस रहा जोकि नौगांव में दर्ज हुआ। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
नई मौसम प्रणाली सक्रिय होने से 19 से 22 मार्च तक प्रदेश के कुछ हिस्सो में बादल छा सकते हैं जबकि कई जगहों पर तेज हवा के साथ पानी गिरने का अनुमान है। बुधवार को प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, सागर, जबलपुर, रीवा, शहडोल संभागों में आंधी के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, पन्ना, दमोह आदि जिलों में तेज हवा और बरसात की संभावना व्यक्त की गई है। इस दौरान 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।
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मौसम विभाग के अनुसार अभी दो चक्रवातीय परिसंचरण की सक्रियता से प्रदेश का मौसम बदला है। प्रदेश से एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है जबकि 19 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता का व्यापक असर होगा। इसके प्रभाव से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा जोकि कई दिनों तक चल सकता है।