तेज घोड़े पर सवार होकर चले बाजार का इस साल का यह अब तक का सबसे बड़ा झटका निवेशकों के लिए माना जा रहा है। जनवरी से अब तक बाजार करीब 7 फीसदी टूट चुका है।
अब क्या करें निवेशक
एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में डटे रहकर बाजार सुधरने का इंतजार करें। धैर्य रखते हुए आगे अच्छे चलने वाले स्टॉक में निवेश करके अपने घाटे की पूर्ति कर सकते हैं। शेयर कारोबारी दीप अग्रवाल का कहना है कि माल बेचकर बाजार से बाहर निकल जाना अभी समझदारीपूर्ण कदम नहीं माना जाएगा। ये भी पढ़ें:
एमपी में ‘हाई रिस्क’ पर 9 हजार से ज्यादा महिलाएं, कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश निश्चित रूप से बाजार में निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है, बावजूद इसके वे धैर्य रखें। घबराहट में बाजार से निकलने की कोशिश नहीं करें। आगे अच्छे स्टॉक में निवेश करके घाटे की पूर्ति कर सकते हैं।- अरुण कोठारी, शेयरबाजार एक्सपर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति के टैरिफ वार का असर बाजार पर देखने को मिल रहा है लेकिन आगे एकाध महीने में बाजार में सुधार आएगा, ऐसी उम्मीद है।- संतोष अग्रवाल, शेयर बाजार कारोबारी देश के साथ स्थानीय निवेशकों को भी बाजार गिरने से तगड़ा झटका लगा है। करीब 2 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।- आदित्य जैन मनयां, मेंबर, बीएसई/एनएसई
आखिर क्यों टूटे बाजार
वैश्विक ट्रेड वार बढ़ने और अमेरिका में मंदी आने की संभावना के चलते भारतीय शेयर बाजार सोमवार को क्रैश हो गए। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ घोषणाओं ने शेयर बाजारों में भूचाल ला दिया।