चीन पर लगे अधिक टैरिफ से भारत को फायदा चीन पर 125 प्रतिशत शुल्क से भारत को केमिकल, अपैरल, टेक्सटाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के निर्यात में फायदा होगा। निर्यात हमारी सप्लाई क्षमता पर निर्भर करेगी। क्योंकि अमरीका सालाना 120 अरब डॉलर का टेक्सटाइल व अपैरल का आयात करता है। इनमें चीन की हिस्सेदारी 30 अरब डालर यानी 25 प्रतिशत की है। अब चीन के हिस्से के माल की खरीदारी अमरीका अन्य देशों से करेगा। भारत के लिए यह अच्छा मौका है।
पुराने एग्रीमेंट को मिलेगा फायदा ट्रंप ने भारत को 90 दिन का समय दिया है। इसका सभी को फायदा मिलेगा। पुराने आर्डर पूरे करने का मौका मिलेगा। राजस्थान व भीलवाड़ा से आयुर्वेदिक औषधियां यूएस जा रही है। जीरा, मैथी, अजवाइन, केसर, पोस्ट के दाने का निर्यात हो रहा। भीलवाड़ा के टेक्सटाइल उद्यमियों के लिए टैरिफ वार से एक मौका मिला है। उसका फायदा उठाना चाहिए। ऑटोमोबाइल सेक्टर पर थोड़ा असर पड़ेगा। रेडिमेड गारमेंट के सेक्टर में भी फायदा मिलेगा। अन्य देशों के उद्योग भारत में आएंगे। भारत व भीलवाड़ा की कंपनियां अच्छा ग्रो कर रही है। टैरिफ वार के चलते अब भीलवाड़ा को रेडिमेड गारमेंट की ओर कदम बढ़ाने होंगे। भीलवाड़ा रेडिमेंड गारमेंट का हब बनने जा रहा है। इसके लिए लद्यु उद्योग भारती प्रयास कर रही है। डिफेंस सेक्टर में बड़ी राहत मिल सकती है।
इन्होंने लिया टॉक शॉ में हिस्सा लद्यु उद्योग भारती भीलवा़ड़ा इकाई अध्यक्ष शंभूप्रसाद काबरा, फूड प्रोसेसिंग उद्यमी अजय अग्रवाल, वित्तीय सलाहकार नवीन कुमार काकाणी, लद्यु उद्योग भारती चित्तौड़ प्रांत संयुक्त सचिव अजय मूंदड़ा, बैंकर्स आयुष आगाल, सीए विकास दरक, सीए राजकुमार चेचाणी, सुरजीतसिंह सुराणा, सत्यनारायण लाठी, कमलेश शारदा, कामेश श्रीश्रीमाल तथा मिठूलाल नायक ने चर्चा में हिस्सा लिया।