उन्होंने राजस्थान के एकीकरण में अपना अमूल्य योगदान देने वाली महान विभूतियों को, विशेष रूप से लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को नमन करते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों के कारण ही राजपूताना की रियासतों का एकीकरण संभव हो सका। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब से हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर ही राजस्थान दिवस मनाने का निर्णय किया है।
आमजन को मिली ये सौगातें
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की महत्वपूर्ण योजनाओं के दिशा-निर्देश जारी करने के साथ ही 10 हजार करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने नगरीय विकास विभाग से संबंधित डेलीगेशन के आदेश, फायर एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया के सरलीकरण, नए जिलों में डीएमएफटी के गठन, हरित अरावली विकास परियोजना, अन्नपूर्णा भण्डार, रजिस्ट्रार कार्यालय सप्ताह में 2 दिन सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुलने के दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर सभी जिलों की पंचगौरव पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इससे स्थानीय क्षमताओं और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।मरीज को मिलेगी घर बैठे अपॉइंटमेंट
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पत्रकार हेल्थ कवरेज (आरजेएचएस) योजना का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए चिकित्सा एप लॉन्च किया गया है। इससे मरीज घर बैठे मोबाइल से अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय शहरी विकास योजना के आज जारी हुए दिशा-निर्देश शहरों को और अधिक समृद्ध और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।पिछली सरकार का शासन था भ्रष्टाचार का पर्याय
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के शासन में महिला उत्पीड़न, पेपर लीक की घटनाएं, बिजली की किल्लत, जल जीवन मिशन में घोटाले, ईआरसीपी के नाम पर राजनीति एवं आर्थिक कुप्रबंधन जैसे मामलों से प्रदेश अराजकता और अव्यवस्था की गिरफ्त में रहा। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में केवल जनता को दिखाने के लिए इन्वेस्टमेंट समिट किया था। जबकि हमारी सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले ही साल में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया, क्योंकि हमारी मंशा इन एमओयू को धरातल पर उतारना है। यह भी पढ़ें