बताया जा रहा है कि बच्ची रविवार को सुबह 10 पड़ोसी के घर
कन्या भोज में शामिल हुई थी। भोजन करके जब निकली तब रास्ते में उसे दो युवक कार में बैठाकर अपने साथ ले गए। इसकी जानकारी किसी को नहीं हुई। बच्ची के घर वालों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। आमतौर बच्चियां कई घरों में भोज करने चली जाती हैं। घर वालों ने सोचा किसी के यहां भोज करने गई होगी। जब बच्ची तीन बजे तक घर नहीं लौटी तब घर वालों को चिंता हुई। उन्होंने खोजबीन शुरू की। जब कहीं पता नहीं चला तब मोहन नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
दो युवक पकड़ाए
मोहन नगर टीआई शिवप्रकाश चंद्रा ने बताया गुमशुदगी दर्ज करने के बाद टीम बच्ची की खोजबीन कर रही थी, लेकिन पुलिस को भी बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। बताया जाता है कि रात करीब 10 बजे कार में दो युवक ओम नगर उरला पहुंचे। वे अंधेरे में बच्ची को कार से उतार रहे थे, जिसे वहां के लोगों ने देख लिया। लोग इकट्ठे हो गए। कार में आए लड़कों को घेर लिया। बच्ची कुछ बोल नहीं रही थी। बच्ची को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से लोग उत्तेजित हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंची।
गुमराह करता रहा संदिग्ध
बताया जा रहा है कि तलाश के दौरान मोहल्ले का ही एक युवक जो बाद में संदिग्ध पाया गया, परिजनों को गुमराह करता रहा। अंततः वही युवक एक खाली मैदान में खड़ी कार की डिक्की खोलते हुए बोला – “बच्ची यहां है।” बच्ची की हालत देखकर सब सन्न रह गए। उसके शरीर पर चोटों के गंभीर निशान, करंट से जलने के चिह्न, और शरीर का अकड़ा हुआ होना कई सवाल खड़े करता है। परिजनों के अनुसार बच्ची के चेहरे से झाग निकल रहा था और उसके हाथ-पैर बुरी तरह से छिले हुए थे।
मां ने कहा – मेरी 6 साल की बच्ची को बुरी तरह नोंचा है
मेरी मासूम बच्ची ने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा था, वो तो कन्या भोज के लिए आई थी.. उसके चेहरे, शरीर को बुरी तरह से नोंचा गया है। उसके शरीर पर जलने के निशान हैं… आरोपी को फांसी दो…. ये दर्द है उस बेसुध हुई मां का जिसकी 6 साल की मासूम बच्ची को गहरे जख्म देकर मर्डर कर उसे कार की डिग्गी के अंदर छिपाया गया था।