राजकीय अस्पताल बाड़मेर की एक रील वायरल हुई है, जिसमें एक युवक इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाकर आराम से अस्पताल की गैलेरी में घूम रहा है। इसे ना कोई रोकने वाला था और ना कोई टोकने वाला था। रील वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को जांच के लिए अर्जी दी है।
वहीं सवाल यह है कि 35 सुरक्षा गार्ड और 300 से अधिक कर्मचारी होने के बावजूद इतने बड़े अस्पताल में कोई कैसे आराम से रील बना सकता है। सीसीटीवी कैमरे भी पूरे अस्पताल में लगे हैं। अस्पताल प्रबंधन मामला आठ-दिन पुराना बता रहा है।दरअसल राजकीय अस्पताल बाड़मेर का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक इलेक्ट्रिक स्कूटर सवार अस्पताल में घूमता हुआ दिखाई दे रहा है।
वीडियो हुआ वायरल
इस स्कूटर के अस्पताल की गैलेरी में बेरोकटोक जाने का वीडियो है। वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल में मरीजों की निजता और सुरक्षा दोनों को लेकर सवाल खड़े हुए है। अस्पताल प्रबंधन ने इसको लेकर अपने सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लेकिन उसमें अभी तक कोई डाटा नहीं मिला। इस पर पुलिस को पत्र देकर मामले की जांच की बात कही है।
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35 गार्ड लगे हैं अस्पताल में
राजकीय अस्पताल के तीन भवन हैं। इन भवनों की सुरक्षा के लिए 35 गार्ड लगे हुए है। इन गार्ड की सुबह से शाम तक ड्यूटी है। रात में तीनों अस्पताल के आठों गेट बंद कर दिए जाते है। ऐसे में यहां सुरक्षा गार्ड नहीं होते हैं। इस वजह से रात में अस्पताल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
रात में क्यों नहीं लगाए जाते गार्ड
अस्पताल में रात को गार्ड की ड्युटी नहीं दी गई है। मेडिकल कॉलेज से संबंधित अस्पताल होने के बावजूद आठ गेट पर आठ गार्ड की तैनातगी कम से कम हो तो इन गेट पर आने जाने वालों पर नजर रह सकती है।
जांच करवाएंगे
अस्पताल का वीडियो वायरल हुआ है। इसकी जांच करवाई जाएगी। पुलिस को इसके लिए लिखा गया है।
डॉ. बीएल मंसूरिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी अस्पताल