एसपी सिटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बुधवार को बरेली पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड शाकिर उर्फ भूरा मास्टर समेत कई सदस्यों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी वर्षों से ट्रकों की चोरी कर, उन्हें पुराने रूप में दिखाकर फर्जी मुकदमे दर्ज कराते थे और फिर फाइनेंस क्लेम लेकर करोड़ों की ठगी करते थे।
कई इलाकों में फैला हुआ था आरोपियों का नेटवर्क
गिरफ्तार अन्य आरोपियों में आरिफ, सोहेल, सैफउद्दीन, और ईशाक अली शामिल हैं। गिरोह का नेटवर्क बरेली, बहेड़ी, भोजीपुरा और अलीगंज जैसे क्षेत्रों में फैला था। जांच में पता चला है कि इस गैंग ने पिछले दो वर्षों में करीब 52 फर्जी मुकदमे दर्ज कराए, जिनमें से 20 में एफआर, 17 में एक्सपंज और 3 में आरोप पत्र दायर हो चुके हैं।
एसएसपी का बयान
एसएसपी आर्य ने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ गिरफ्तारी तक सीमित नहीं थी, बल्कि पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचकर उसे उखाड़ फेंकना ही असल उद्देश्य था। फर्जी नंबर प्लेट, दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट से मिले सबूतों ने साबित कर दिया कि इस आधुनिक अपराध का जवाब सिर्फ तकनीकी जांच और रणनीतिक सोच से ही संभव है।