बरेली दिल्ली नेशनल हाईवे पर फतेहगंज पुलिस चौकी प्रभारी बलवीर सिंह, कांस्टेबल मोहित चौधरी और हिमांशु पर अपहरण, धमकी, और अवैध वसूली जैसे संगीन मामलों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने एक निर्दोष किसान को स्मैक तस्करी में फंसाने की धमकी देकर उससे दो लाख रुपये की मांग की।
भिटौरा निवासी किसान को बनाया निशाना
भिटौरा गांव निवासी बलवीर, जो पेशे से एक संपन्न किसान हैं, को गुरुवार रात पुलिसकर्मियों ने उनके घर से जबरन उठा लिया। चौकी प्रभारी बलवीर सिंह, कांस्टेबल मोहित और हिमांशु ने उनके घर में घुसकर तलाशी ली, सामान बिखेरा और फिर उन्हें उठाकर प्रबड़ फैक्टरी कॉलोनी स्थित एक निजी आवास में ले जाकर बंधक बना लिया। बलवीर के परिवार से कहा गया कि वह स्मैक का धंधा करते हैं, और उन्हें छोड़ने के लिए 2 लाख रुपये की मांग की गई। जबकि बलवीर के खिलाफ किसी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड तक नहीं था।
परिवार ने की शिकायत, अफसर हरकत में आए
बलवीर के परिजनों ने तुरंत मामले की शिकायत आईजी बरेली रेंज और एसएसपी अनुराग आर्य से की। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ हाईवे को जांच के लिए भेजा गया। जब अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो चौकी प्रभारी और दोनों सिपाही वहां से फरार हो चुके थे। सीओ ने बलवीर को उनके कब्जे से सुरक्षित छुड़वाया और मामले की विस्तृत रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी। रिपोर्ट मिलते ही एसएसपी ने त्वरित एक्शन लेते हुए फतेहगंज पश्चिमी चौकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिसकर्मी अभी भी फरार
तीनों आरोपी पुलिसकर्मी फिलहाल गायब हैं, जिनकी तलाश में टीमें गठित की गई हैं। साथ ही विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। एसएसपी अनुराग आर्य ने दो टूक कहा कि,“किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे वह पुलिस महकमे का ही कोई व्यक्ति क्यों न हो।”