हादसे के बाद राहगीरों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर बच्चों को वैन से बाहर निकाला और उन्हें जसपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है, जिसके चलते उन्हें मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने वैन चालक को हिरासत में ले लिया है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
इस दर्दनाक हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर बिना परमिशन के विद्यालय परिसर से इको वैन कैसे चल रही थी? क्या विद्यालय प्रशासन की इसमें कोई लापरवाही है? इसके साथ ही वाहन चालक की लापरवाही भी सवालों के घेरे में है। आखिर कैसे एक खड़े डंपर में वैन टकरा गई?
अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस और प्रशासन क्या कार्यवाही करते हैं। क्या विद्यालय प्रशासन की लापरवाही सामने आएगी? क्या वाहन चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी? इस हादसे ने एक बार फिर स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है।
यह हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। इसके लिए जरूरी है कि स्कूल प्रशासन और वाहन चालक दोनों ही बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग रहें। इसके साथ ही वाहनों की फिटनेस और उनकी गति पर भी ध्यान देना जरूरी है।