बड़ा सवाल है कि स्कूल यूनिफॉर्म में बालक चाकू लेकर कक्षा तक पहुंच गया तथा उसने चाकू मार कर अपने सहपाठी को घायल कर दिया परंतु बालक के पास चाकू है इसकी भनक पालको तथा शिक्षकों को भी नहीं लग पाई। ऑनलाइन सस्ते दामों पर मिल रहे इस प्रकार के बटनदार और भी कितने बालकों, किशोरों के पास हैं यह सबसे बड़ी चिंता की बात है।
जिले के एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि पुलिस ऑनलाइन कंपनियों को नोटिस देकर चाकू, छुरी बरामद करने की कारवाई लगातार की जा रही है तथा आने वाले दिनों में यह कार्रवाई और तेज की जाएगी। साथ-साथ शालाओं में जागरुकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा।
मेडिकल नशा बढ़ा
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह मिडिल स्कूल रिसदा में कक्षा सातवीं की परीक्षा देने आए एक बालक ने
परीक्षा कक्ष के ही अंदर अपने एक सहपाठी को चाकू मार कर घायल कर दिया। सूत्रों के अनुसार जिस वक्त चाकू बाजी की घटना हुई उस समय परीक्षा कक्ष में कोई भी शिक्षक शिक्षिका उपस्थित नहीं थे तथा सभी लोग स्टाफ रूम में बैठकर गपशप कर रहे थे। चाकूबाजी का शोर मचते ही शाला के शिक्षकों ने अपने चार पहिया वाहन से घायल बालक को जिला चिकित्सालय पहुंचाया तथा दोनो ही बालकों के परिजनों को घटना की खबर दी।
120 से ज्यादा बटनदार, फैंसी चाकू बरामद
विदित हो कि जिले में चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। बीते एक साल के अंदर पुलिस विभाग ने विभिन्न ऑनलाइन कंपनियों को नोटिस देकर जिले भर से 120 से अधिक बटनदार फैंसी चाकू को बरामद किया है परंतु बड़ा सवाल है कि ऐसे और कई बटंची चाकू बालकों , किशोरों तथा युवाओं के हाथों में है उसकी जानकारी किसी के भी पास होना असंभव है। जिले में जिस तरह से यह घटना हो रही है। यह गंभीर मसला है।
कैसे हुई घटना, यहां समझिए…
जिले में बीते कुछ वर्ष से नशीले मादक द्रव्यों की खपत कई गुना बढ़ गई है। जिले में शराब के साथ ही साथ सूखा नशा जैसे गांजा, नशीली टेबलेट, सालूशन तथा अन्य कई प्रकार के मादक द्रव्य खुलेआम बिक रहे हैं। पुलिस की कार्यवाही इन मादक पदार्थों के विक्रेताओं के लिए पर्याप्त नहीं हो रही है जिसकी वजह से इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जानकारों के अनुसार जिले में बढ़ते अपराध के पीछे एक बड़ी वजह युवाओं की नशाखोरी भी सामने आ रही है।