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इस लालची को कोई न दे बेटी… दहेज में नहीं मिली कार तो बारात लेकर वापस लौटा CRPF जवान, मंडप में ही जमकर की मारपीट उन्होंने कहा कि जैन साधु एवं साध्वी अपने पास किसी भी प्रकार से रुपए आदि नहीं रखते। भोजन भी शाकाहारी घरों से मांग कर ग्रहण करते हैं। इस घटना से हम शर्मिंदा हैं। जैन संघ गुंडरदेही इस घटना की कड़ी निंदा करता है। हमारे सनातन धर्म हिंदुओं के आराध्य भगवान हनुमान के मंदिर पर
बदमाशों ने शर्मनाक हरकत की है। यह घटना शांति और अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ है और मानवीय मूल्यों का भी अपमान है।
जैन धर्म हमें दया, करुणा, सहिष्णुता और समान सिखाता है। इस तरह की हिंसक घटनाएं उन आदर्शों को ठेस और हृदय को पीड़ा पहुंचती है। ज्ञापन देने वालों में अशोक जैन, मोहन जैन, सुरेश बाफना, सुभाष नाहटा, मयंक जैन, विक्की गोलछा, उत्सव जैन, नवीन जैन, वर्षा जैन, पूर्वी जैन, मनीष जैन, ललित जैन, थानमल जैन, मुकेश जैन, कमल तातेड, आशीष जैन, दर्शन जैन शामिल थे।