नपा के जलप्रदाय शाखा के प्रभारी शिव भास्कर के अनुसार 27 जनवरी से पुल पर पानी रोकने के लिए बोरी बंधान व प्लेट लगाने का काम शुरू किया गया। पुल के नीचे 26 स्थानों के 78 गालों पर बोरी बंधान व करीब 530 लोहे की प्लेट लगाई गई है। वहीं करीब 70 किलो प्लास्टिक से गेप भरकर पानी रोकने का प्रयास किया गया। पुल के नीचे बांध बनते ही वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर जलस्तर बढ़ गया है। तीन से चार फिट की जगह वर्तमान में करीब 10 से 15 फीट पानी नदी में नजर आने लगा है। वहीं कुछ स्थानों से पानी ओवर फ्लो होकर प्रवाहित भी हो रहा है।
शिव भास्कर के अनुसार वैनगंगा नदी के छोटे पुल पर स्टाप डैम बनने के बाद शहर की जनता को जल संकट का सामना नहीं करना पड़ता। वैनगंगा का दामन हमेशा भरा रहता है। इस नदी ने हमेशा सैकड़ों गांव की जनता के गले तर किए हैं। शादी विवाह अथवा अन्य बड़े आयोजनो में भी यही का पानी जनता तक पहुंचाया जाता है। लेकिन इसके लिए छोटे पुल पर डैम बनाकर पानी रोकना पड़ता है। इसके बाद भीषण गर्मी में भी पानी की समस्या नहीं होती है।