जापान की इस कंपनी ने पेश किया रोबोट घोड़ा, बाइक-कार को पीछे छोड़, ये जंगल और पहाड़ों पर भी दौड़ने में है माहिर
कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज ने Corleo नाम का एक हाइड्रोजन से चलने हॉर्स रोबोट पेश किया है, जिसे राइडर के बैठने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे ओसाका-कान्साई एक्सपो 2025 में दिखाया गया। यह रोबोट अलग-अलग तरह के रास्तों पर आसानी से चल सकता है।
Kawasaki Corleo Robotic Horse: पश्चिमी राजनीतिक चिंतक (Western Political Thinker) प्लेटो, प्राचीन ग्रीस के महान दार्शनिक थे, जिन्हें दुनिया भर में उनके विचारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने राजनीति, समाज, शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में कई अहम सिद्धांत दिए। उनकी फेमस किताब रिपब्लिक में उन्होंने लिखा, “आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है।” यह कथन आज भी हर तकनीकी विकास और खोज के पीछे की प्रेरणा को दर्शाता है। प्लेटो के विचार न सिर्फ उनके समय में, बल्कि आज के आधुनिक युग में भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
हां बिलकुल सही पढ़ा आपने – जब इंसान को नई जरूरतें महसूस होती हैं, तो वह नए-नए तरीकों और तकनीकों को जन्म देता है। आज के समय में, जब पर्यावरण की चिंता बढ़ रही है और सफर को और आसान, सुरक्षित व टिकाऊ बनाने की जरूरत महसूस हो रही है, तब टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मिलकर नए समाधान दे रहे हैं।
जिस काम को पहले इंसान खुद करते थे, अब वही काम मशीनें और रोबोट आसानी से करने लगे हैं। गाड़ियां, मोबाइल, टीवी – सब कुछ अब पहले से ज्यादा स्मार्ट हो गया है। इसी तरह सफर करने का तरीका भी अब धीरे-धीरे बदल रहा है।
अब सोचिए, अगर एक ऐसा रोबोट हो जो किसी घोड़े की तरह चार पैरों पर दौड़े, और आप उस पर बैठकर सफर कर सकें। कुछ ऐसा ही कारनामा किया है जापान की कंपनी कावासाकी (Kawasaki) ने, जिन्होंने Corleo नाम का एक रोबोट बनाया है। इसे ओसाका-कान्साई एक्सपो 2025 में पेश किया गया है। इस आर्टिकल में हम आपको डिटेल में सब कुछ बताने वाले हैं।
यह रोबोट सिर्फ दिखने में ही नहीं, बल्कि काम करने में भी बहुत खास है। इसमें AI, हाइड्रोजन फ्यूल और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया है। Corleo आने वाले समय की एक झलक है, जो बताता है कि भविष्य में हमारी सवारी कैसी हो सकती है।
चार पैरों वाला स्मार्ट Corleo, जो हर रास्ते पर चलने में सक्षम
Corleo के चारों पैर अलग-अलग तरीके से काम करते हैं। इसका मतलब यह है कि हर पैर खुद से बैलेंस बनाता है और सतह के अनुसार खुद को एडजस्ट करता है। इसकी यह खासियत इसे उन रास्तों पर भी आसानी से चलने लायक बनाती है, जहां आम गाड़ियां नहीं चल सकती हैं। यह मिट्टी, पहाड़, जंगल और बर्फीले क्षेत्रो में भी आसानी से सफर कर सकता है। इसके पैरों में रबर के खुर (hooves) लगे हैं, जो फिसलने से बचाते हैं और मजबूती से पकड़ बनाते हैं। यह रोबोट हल्की-फुल्की रुकावटों को कूदकर पार करने की क्षमता भी रखता है।
हाइड्रोजन इंजन और पर्यावरण के अनुकूल टेक्नोलॉजी
Corleo में 150cc का हाइड्रोजन इंजन लगा है, जो बिजली बनाता है। यही बिजली इसके चारों पैरों को चलाती है। यह टेक्नोलॉजी बिलकुल साफ है क्योंकि इससे न धुआं निकलता है और न ही प्रदूषण होता है। हाइड्रोजन की वजह से इसे एक पर्यावरण के अनुकूल (ग्रीन) वाहन कहा जा सकता है। इसका डिजाइन भी काफी शानदार है। इसे कावासाकी की स्पोर्ट्स बाइक्स को देखकर तैयार किया गया है। इसकी बॉडी मेटल और कार्बन से बनी है, जो इसे मजबूत तो बनाती ही है, साथ ही हल्का भी रखती है। इसके आगे की तरफ एक ढाल जैसी हेडलाइट है, जो इसे रोबोट के साथ-साथ बाइक जैसा लुक भी देती है।
राइडर के शरीर की हरकत से चलता है Corleo
Corleo को चलाने के लिए कोई स्टीयरिंग या कंट्रोल बटन नहीं होता। इसे राइडर की बॉडी मूवमेंट से कंट्रोल किया जाता है। जैसे ही राइडर अपने शरीर को आगे, पीछे या बगल की ओर झुकाता है, रोबोट उसी दिशा में अपना कदम बढ़ा देता है। इसमें एक HUD (हेड्स-अप डिस्प्ले) भी है, जो राइडर को हाइड्रोजन स्तर, बैलेंस और दिशा जैसी जरूरी जानकारी रियल टाइम में देता है।
अभी एक सपना, लेकिन कल का सफर बन सकता है Corleo
फिलहाल Corleo सिर्फ एक कॉन्सेप्ट मॉडल है, यानि यह बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है। कावासाकी इसे 2050 तक लॉन्च करने की योजना बना रही है। Corleo भविष्य के सफर को ज्यादा स्मार्ट, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की ओर एक बड़ा कदम है।