राजपूत का कहना है कि 12 अप्रैल को मनाई जाने वाली हनुमान जयंती पर पूरे प्रदेश में अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि जब अन्य धर्मों के महत्वपूर्ण पर्वों पर अवकाश रहता है, तो सनातन धर्मावलंबियों की आस्था का सम्मान करते हुए हनुमान जयंती पर भी छुट्टी मिलनी चाहिए। इससे श्रद्धालु बिना किसी व्यवधान के भक्ति और कार्यक्रमों में शामिल हो सकेंगे।
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ज्ञापन देने के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में हनुमान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ‘जय हनुमान’ और ‘हनुमान जयंती पर अवकाश दो’ के नारों से माहौल गूंज उठा। लोगों ने एक स्वर में कहा कि सरकार को इस मांग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मांग पर क्या फैसला लेती है। क्या हनुमान भक्तों की यह हुंकार असर दिखाएगी, या यह मांग सिर्फ ज्ञापन और स्पीड पोस्ट तक ही सीमित रह जाएगी?