हालात यह है कि राजगढ़ ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पावटा में 260 विद्यार्थियों पर केवल 5 शिक्षक, बीघोता के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 133 विद्यार्थियों पर 3 शिक्षक, सीनियर सेकण्डरी स्कूल नारायणपुर में 177 विद्यार्थियों पर 5 शिक्षक, नयागांव प्रतापपुरा के उच्च माध्यमिक विद्यालय में 153 विद्यार्थियों पर 6 शिक्षक, वीरपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में 146 विद्यार्थियों पर 6 शिक्षक, राजगढ़ के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नम्बर तीन में 125 विद्यार्थियों पर 4 शिक्षक लगे हुए हैं। इन स्कूलों में बालक-शिक्षक अनुपात में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं होने से अध्ययन व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
राउप्रावि में भी व्यवस्था सही नहीं इसी तरह से क्षेत्र के उप्रावि में भी शिक्षक-बालक अनुपात में नियुक्ति नहीं होने से व्यवस्था सही नहीं है। ब्लॉक के ईन्दपुरा गांव के राउप्रावि में 13 विद्यार्थियों पर 6 शिक्षक, राव बादीगर में 14 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 5 शिक्षक तथा राबाउप्रावि डाबर का बास में 9 विद्यार्थियों का नामांकन होने के बावजूद 5 शिक्षकों का स्टाफ लगा हुआ है। इसी प्रकार राजकीय प्राथमिक विद्यालय तेजाला में 6 बालकों पर 2 शिक्षक, मण्डावरी के 7 बालकों पर 2, पुरानी बस्ती माधोगढ़ में 3 विद्यार्थियों पर 2 शिक्षक, नाहरा का बास में 7 विद्यार्थियों पर पर 2 शिक्षक, नयाबास तेजाला में 7 पर 2 शिक्षक, मिश्राला में 3 पर 2 शिक्षक, बंजारों की ढाणी श्यालुता में 7 पर 2 शिक्षक, भैंरूघाटी में 8 पर 2 शिक्षक, कोठीनारायणपुर में 6 पर 2, गुल्ला का बास में 8 पर 2, बेरली में 7 पर 2 शिक्षक एवं रामसागर के प्राथमिक विद्यालय में 1 विद्यार्थी का नामांकन होने के बावजूद 2 शिक्षक लगे हुए हैं।
राजगढ़ ब्लॉक में विद्यालयों की िस्थति राजगढ़ ब्लॉक में राजकीय प्राथमिक विद्यालय 77 हैं। जिनमें 1583 बच्चों का नामांकन हैं तथा अध्ययन के लिए 155 शिक्षक लगे हुए हैं। इसी तरह राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भी 77 ही हैं, जिनमें 5180 विद्यार्थियों का नामांकन हैं तथा अध्ययन कराने के लिए 487 शिक्षक लगे हुए हैं। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 56 हैं, जिनमें 12642 विद्यार्थियों का नामांकन हैं तथा विद्यार्थियों को अध्ययन कराने के लिए 713 शिक्षक लगे हुए हैं। प्राथमिक विद्यालयों में 4, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 79 एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 226 शिक्षकों के पद रिक्त हैं।
फैक्ट फाइल -210 विद्यालयों में 309 शिक्षकों के पद रिक्त -19 हजार 405 नौनिहालों की पढ़ाई बाधित -प्राथमिक विद्यालयों में 4 -उप्रावि में 79 -उमावि में 226 शिक्षकों के पद हैं खाली
आवश्यकता होने पर कर रहे व्यवस्था नोटिस देकर नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। घर-घर जाकर सर्वे कर अनामांकित व ड्रॉप आउट बच्चों को जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। न्यून नामांकन के प्रस्ताव मांगे जाने पर उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिए गए हैं। अध्यापकों की कमी के लिए पीईईओ परिक्षेत्र से या आवश्यकता होने पर ब्लॉक स्तर से शिक्षण व्यवस्था की जा रही है, जिससे विद्यार्थियों की अध्ययन व्यवस्था प्रभावित ना हो।
लीलावती मीना, सीबीईओ, राजगढ़।