पैदल यात्रा कर रहे
बाला किला के लिए प्रताबबंध और किशन कुंड से दो रास्ते जाते हैं। इसमें किशन कुंड की तरफ से पैदल जाने वालों की संख्या ज्यादा है। खासकर मॉर्निंग वॉक के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां जाते हैं। जमीन से बाला किला तक की दूरी करीब 9 किमी है। इससे पहले करणी माता का मंदिर आता है। दोनों स्थलों के बीच करीब एक किमी का फासला रहता है। ऐसे में लोग करणी माता के पास वाहनों की पार्किंग करके बाला किला तक पैदल यात्रा कर रहे हैं। इसको विभाग ने गलत माना है। जंगल में पैदल जाना मना है।यहां लगातार एसटी 18 व 2302 का मूवमेंट
बाला किला, करणी माता के आसपास एसटी 18 व 2302 की साइटिंग लगातार हो रही है। यह पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं, लेकिन लोग दोनों स्थलों के बीच का एरिया वाहनों के जरिए पार न करके पैदल आ-जा रहे हैं, जो घातक हो सकता है।चक्रधारी हनुमान मंदिर भी पैदल न जाएं
चक्रधारी हनुमान मंदिर भी बाला किला वाले रास्ते पर ही है। ऐसे में पर्यटक वहां तक भी पैदल निकल जाते हैं, जो गलत है। इस समय गर्मी है। टाइगरों के स्वभाव में भी अंतर आ रहा है। आमजन इसको समझें। वाहन से ही बाला किला जाएं।यह भी पढ़ें:
Alwar News: प्रधानाचार्य ने सरकारी स्कूल की बदली तस्वीर, खंडहर भवन को दिया हेरिटेज लुक… हो रही तारीफ