इसी प्रकार किसी मरीज को ले जा रही एंबुलेंस, स्कूल की मिनी बस आदि भी फाटक खुले बगैर नहीं निकल सकती। सुभाष नगर, पटरी पार डेयरी मार्ग सहित अशोक नगर, अशोक विहार, विज्ञान नगर, चिश्ती नगर, खानपुरा रोड, टावर रोड सहित कई आवासीय कॉलोनियां हैं। आरओबी निर्माण शुरू होने के बाद से ही यहां के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों की व्यथाबारिश में यहां शत प्रतिशत पानी भरेगा। पानी के निकास के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने से यहां बारिश में पानी भरे होने की आशंका रहेगी। रश्मि काबरादुपहिया वाहन व राहगीर नहीं निकल सकेंगे। बारिश से पहले पानी के निकास की व्यवस्था जरुरी है। पानी के निकास की नाली ही नहीं बनाई। उद्घाटन के बाद दो बार इसे बंद कर इसके फर्श को दुरुस्त कराना पड़ा।
निंद्रा कंवरडीएफसीसी व यात्री गाडि़यों के आने के कारण पूरे दिन रेलवे फाटक बंद रहता है ।जिससे अंडर पास बनने के बावजूद बड़े वाहन यहां खड़े रहते हैं। कुणालअंडरपास की ऊंचाई कम है इससे यहां से गुजरने के दौरान सावधानी रखनी पड़ती है। स्पीड ब्रेकर अंडरपास के बहुत नजदीक बने हैं, इन पर जेब्रा लाइन नहीं है। ऐसे में दुपहिया वाहन असंतुलित होने का खतरा बना रहता है।
प्रवीण कुमारडीएफसीसी लाइन भी यहीं से गुजरने के दौरान फाटक अक्सर बंद रहता है। यह गाडि़यां गुजरने में भी 8 से 10 मिनट लेती हैं। जिससे फाटक खुलने के बाद दोनों ओर वाहनों की कतार लगी रहती है।
खुशाल टावर रोड की 20 से अधिक गलियों में सैंकड़ों मकान हैं। हारी बीमारी होने पर छोटे वाहन से तो अंडर पास से निकल सकते हैं लेकिन एंबुलेंस को अब भी फाटक खुलने का इंतजार करना होगा।सत्यनारायण साहू