पहलगाम आतंकी हमले पर अजमेर दरगाह दीवान के बेटे का बड़ा बयान, बोली ऐसी बात
Nasruddin Chishti on Kashmir attack: मंगलवार देर रात जारी बयान में चिश्ती ने कहा कि “मजहब पूछ कर टूरिस्ट की हत्या करना न सिर्फ अमानवीय कृत्य है, बल्कि यह सीधे तौर पर इंसानियत के खिलाफ युद्ध जैसा है।”
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमले पर देशभर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अजमेर दरगाह दीवान के पुत्र और ऑल इंडिया सूफी सज्जादनशीन काउंसिल के चेयरमैन नसरुद्दीन चिश्ती ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। मंगलवार देर रात जारी बयान में चिश्ती ने कहा कि “मजहब पूछ कर टूरिस्ट की हत्या करना न सिर्फ अमानवीय कृत्य है, बल्कि यह सीधे तौर पर इंसानियत के खिलाफ युद्ध जैसा है।”
चिश्ती ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब इन दरिंदों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाए। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा और शांति के लिए ऐसे आतंकियों को चुन-चुनकर खत्म करना जरूरी हो गया है। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा लिए गए सख्त कदमों की याद दिलाते हुए वैसी ही ठोस कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर जो धीरे-धीरे शांति और विकास की राह पर लौट रहा था, वहां इस तरह की घटनाएं साजिश के तहत की जा रही हैं ताकि वहां का अमन-चैन फिर से बिगाड़ा जा सके। चिश्ती ने साफ कहा कि कोई भी धर्म – विशेष रूप से इस्लाम – बेगुनाहों की हत्या की इजाजत नहीं देता। ऐसे लोग जो मजहब के नाम पर खून बहाते हैं, वो धर्म नहीं बल्कि आतंकवाद की सेवा कर रहे हैं। चिश्ती के इस बयान को सोशल मीडिया पर भी व्यापक समर्थन मिल रहा है और लोग इसे कट्टरवाद के खिलाफ एक मजबूत आवाज मान रहे हैं।