18 किमी लंबी रथयात्रा में सबसे आगे होंगे गजराज रथयात्रा परंपरागत मार्गों पर गुजरेगी। करीब 18 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में सबसे आगे 18 श्रृंगारित गजराज होंगे। इसके बाद भारतीय संस्कृति की झांकी प्रस्तुत करने वाले 101 ट्रक शामिल होंगे। साथ ही कसरत दिखाने वाले 30 अखाड़े, 18 भजन मंडलियां और 3 बैंडबाजा वाले रहेंगे। इसके साथ ही साधु-संतों, भक्त के साथ करीब 1200 श्रद्धालु रथ खीेंचेंगे। अयोध्या, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन, जगन्नाथपुरी व सौराष्ट्र सहित देश भर से करीब 2000 साधु-संत इस रथयात्रा में हिस्सा लेंगे।
30 हजार मूंग का प्रसाद रथयात्रा में प्रसाद का भी काफी महत्व है। रथयात्रा के दौरान 30 हजार किलो मूंग, 500 किलो जामुन, 500 किलो कैरी, 400 किलो खीरा व अनार के साथ-साथ 2 लाख उपरणा प्रसाद के रूप में बांटे जाएंगे।
मंदिर की वेबसाइट से ऑन लाइन दर्शन श्रद्धालुओं के लिए जगन्नाथ मंदिर की वेबसाइट से ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर की वेबसाइट www.jagannathjiahd.org पर इसे ऑनलाइन दर्शन का लाभ लिया जा सकता है।
रथयात्रा का रहेगा यह रूट सुबह 7:05 बजे-जगन्नाथ मंदिर से रथयात्रा का शुभारंभ सुबह 9:00 बजे-खमासा स्थित महानगरपालिका मुख्यालयसुबह 9:45 बजे- रायपुर चकला सुबह 10:30 बजे-खाडिया चार रास्तासुबह 11:15 बजे-कालूपुर सर्कल
दोपहर 12 बजे-सरसपुरदोपहर 01:30 बजे- सरसपुर से वापसी दोपहर 2 बजे-कालूपुर सर्कलदोपहर 2:30 बजे-प्रेम दरवाजा अपराह्न 3:15 बजे-दिल्ली चकलाअपराह्न 3:45-शाहपुर दरवाजा शाम 4:30-आर सी टेक्निकल हाईस्कूलशाम 5 बजे- घी कांटा शाम 5:45 बजे-पानकोर नाकाशाम 6:30 बजे-माणेक चौक
रात 8:30 बजे-निज मंदिर वापसी ……………..