Earthquake: क्यों आते हैं भूकंप और कैसे मचाते हैं तबाही? जानिए डिटेल्स
Earthquake – Causes And Impact: हर दिन, दुनिया में कहीं न कहीं भूकंप के मामले देखने को मिलते हैं। शुक्रवार को म्यांमार-थाईलैंड भूकंप में 1,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका बनी हुई है। ऐसे में मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि भूकंप क्यों आते हैं और ये कैसे तबाही मचाते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी डिटेल्स।
What causes earthquakes and what impact does it have?
म्यांमार (Myanmar) में शुक्रवार को आए भूकंप (Earthquake) से तबाही मच गई। भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 50 मिनट (लोकल समयानुसार 12 बजकर 50 मिनट) पर म्यांमार में रिक्टर स्केल पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर रही। इस भूकंप का झटका थाईलैंड (Thailand) में भी लगा। इस भूकंप के बाद दिनभर में कई आफ्टरशॉक्स आए और भूकंप का असर नेपाल (Nepal), भारत (India), चीन (China) और वियतनाम (Vietnam) में भी महसूस किया गया। भूकंप की वजह से म्यांमार और थाईलैंड में जान-माल का काफी नुकसान हुआ। अब तक भूकंप की वजह से दोनों देशों में 1,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 2,000 से ज़्यादा लोग घायल हो चुके हैं। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार इस भूकंप में 10,000 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि भूकंप क्यों आते हैं और ये कैसे तबाही मचाते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी डिटेल्स।
म्यांमार-थाईलैंड के विनाशकारी भूकंप के बाद एक बार फिर लोगों के मन में कई सवाल पैदा हो गए हैं। इनमें से एक है कि “भूकंप क्यों आते हैं?” भूकंप के आने की वजह धरती के भीतर होने वाली हलचल है। इस हलचल से ‘भूकंपीय तरंगें’ (Seismic Waves) के तौर पर इकट्ठी हुई ‘इलास्टिक स्ट्रेन’ नामक ऊर्जा निकलती है, जो धरती में फैलती है और विनाश का कारण बन जाती हैं।
बड़े और ज़्यादा घातक भूकंपों से निकलने वाली भूकंपीय तरंगों में धरती की आंतरिक संरचना से जुडी अहम जानकारी होती है। जैसे ही भूकंपीय तरंगें, धरती से होकर गुजरती हैं, वो अपवर्तित हो जाती हैं। कांच के प्रिज़्म से गुज़रने पर प्रकाश की किरणें जिस तरह से झुक जाती हैं, ठीक वैसे ही भूकंपीय तरंगें, धरती से गुज़रने पर अपवर्तित हो जाती हैं। इसकी वजह है भूकंपीय तरंगों की गति, जो धरती के घनत्व पर निर्भर करती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि धरती कई परतों से बनी होती है।
धरती की बाहरी परत लगभग 15 प्रमुख स्लैब्स में बंटी हुई होती है। इन स्लैब्स को टेक्टोनिक प्लेट्स (Tectonic Plates) कहते हैं। ये टेक्टोनिक प्लेट्स धरती के स्थलमंडल का निर्माण करती हैं, जिसमें क्रस्ट (Crust) (महाद्वीपीय और महासागरीय) और मेंटल (Mantle) (धरती का सबसे ऊपरी भाग) शामिल हैं। टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे के सापेक्ष बहुत धीमी गति से चलती हैं। ये प्लेट्स सामान्य तौर पर हर साल कुछ सेंटीमीटर की चाल से चलती हैं। इन प्लेट्स के आपस में टकराने से ही भूकंप आते हैं।
भूकंप कैसे मचाते हैं तबाही?
धरती के नीचे स्थित चट्टानें प्लेट्स से ही बनी हैं। इन चट्टानों को धरती की ऊपरी सतह पर ठोस परत के रूप में समझा जा सकता है। इन चट्टानों का विस्तार महाद्वीपों के साथ साथ महासागरों तक होता है। महाद्वीप के नीचे वाली चट्टानें हल्की होती हैं, लेकिन महासागरों के नीचे की चट्टानें भारी होती हैं। भूकंप की वजह से धरती के नीचे स्थित चट्टानें टूटती हैं और इसी कारण भूकंप तबाही मचाते हैं। भूकंप की गहराई जितनी कम होती है, तबाही मचने के आसार उतने ही ज़्यादा होते हैं। भूकंप की वजह से सबसे ज़्यादा तबाही उसके केंद्र वाले क्षेत्र और आसपास के इलाकों में मचती है।