अप्रेल और मई में सबसे ज्यादा मुहूर्त
पं. अमर डब्बावाला के अनुसार सूर्य के मेष राशि में आने से शादी विवाह के साथ नामकरण, गृह प्रवेश, यज्ञोपवीत, मुंडन आदि शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार 14 अप्रेल से 8 जून तक विवाह के 30 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। शादी विवाह के शुभ मुहूर्त पर 6 जुलाई को विराम लग जाएगा, जो 2 नवंबर तक जारी रहेगा इसके बाद फिर से शादी की शहनाई गूंजने लगेंगी।क्या कहता है पंचांग
पं. अमर डब्बावाला के अनुसार पंचांग की गणना के अनुसार देखे तो सूर्य का श्रेष्ठ बल या सूर्य के उच्च अंश की कक्षा मेष राशि में मानी जाती है। यह भी एक कारण बनता है क्योंकि मीन राशि में सूर्य का अंश कमजोर होता है। यह भी एक कारण है, जब सूर्य का मीन राशि को छोड़कर मेष राशि में परिवर्तन होता है तब सूर्य का अंश अर्थात उनकी डिग्री बढ़ जाती है, या कहा जा सकता है कि उच्च अंश में आकर के अपना सकारात्मक प्रभाव छोड़ते है। यही कारण है की चैत्र, वैशाख में मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।यहां देखें कब कितने मुहूर्त
● अप्रेल- 18 और 30 ● मई- 1, 7, 8, 28, 29 ● जून- 8 चौल कर्म (मुंडन) संस्कार ● अप्रेल- 14, 24 ● मई- 1,3ये भी पढ़ें: इंदौर मेट्रो का किराया तय, पहले सप्ताह में फ्री सैर-सपाटा, डिस्काउंट पर कर सकेंगे सफर, देखें लिस्ट, जानें शेड्यूल