दरअसल, पूरा मामला नागदा तहसील के ग्राम पिपल्या मोलू का है। यहां के रहने वाले अजय काठा ने अपने परिवार के लिए समग्र आईडी बनवाने के लिए आवेदन किया था। इसके बदले पंचायत सचिव जीवन बामनिया की ओर से 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। पीड़ित ने लोकायुक्त में जाकर 11 मार्च 2025 को इसकी शिकायत कर दी।
शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त ने टीम ने ट्रैप में फंसाने के लिए प्लान बनाया। जिसके बाद शुक्रवार को नागदा बस स्टैंड के पास पंचायत सचिव जीवन लाल बामनिया को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया।