क्या है आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP)?
दरअसल, देश के पिछड़े क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 7 जनवरी 2023 को ‘आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम’ की शुरुआत की गई थी। इसके तहत देशभर के 500 से अधिक ब्लॉकों का चयन किया गया था, जिसमें राजस्थान का पीपलू ब्लॉक भी शामिल था। इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, पेयजल, सामाजिक विकास और बुनियादी ढांचे जैसे संकेतकों में सुधार का लक्ष्य रखा गया था।
पीपलू की में 20% से 99.94% तक की छलांग
बता दें, जब वर्ष 2023 में पीपलू ब्लॉक का चयन हुआ था, तब आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की माप दक्षता (लंबाई और वजन) मात्र 20.36% थी। लेकिन राजस्थान सरकार, नीति आयोग और स्थानीय प्रशासन के साझा प्रयासों से केवल दो वर्षों में यह आंकड़ा 99.94% तक पहुंच गया, जो कि न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी उपलब्धि है।
पीएम मोदी ने दी पीपलू ब्लॉक की मिसाल
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान के टोंक जिले के पीपलू ब्लॉक में 2 साल पहले बच्चों की माप दक्षता केवल 20 प्रतिशत थी, लेकिन आज यह बढ़कर 99 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। यह आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की प्रभावशीलता का प्रमाण है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ ब्लॉक्स तो अब अपने राज्यों के औसत से भी आगे निकल गए हैं, और यह साबित करता है कि सही दिशा, डेटा-आधारित निर्णय और स्थानीय समर्पण से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए जिलों का समग्र विकास’ और ‘उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कारों से चुनिंदा नवाचार’ पर ई-कॉफी टेबल बुक्स का विमोचन किया। इसमें भी पीपलू ब्लॉक की सक्सेस स्टोरी को शामिल करते हुए लिखा है कि पीपलू ब्लॉक ने कुछ संकेतकों में अविश्वसनीय प्रगति हासिल की है।
पीपलू ब्लॉक ने कैसे हासिल की सफलता?
इस बदलाव के पीछे कई स्तरों पर किए गए प्रयासों की अहम भूमिका रही। कलेक्टर डॉ. सौम्या झा के नेतृत्व में AI विद पढ़ाई, SDM का प्रतिदिन फील्ड विजिट और मालपुरा ADM को विशेष जिम्मेदारी देना। पोषण स्तर सुधारने के लिए आंगनबाड़ियों में पौष्टिक आहार और मूलभूत सुविधाएं प्रदान की गईं। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों और सुपरवाइज़रों को नियमित प्रशिक्षण और निगरानी से जोड़ा गया। वहीं, बच्चों की ग्रोथ ट्रैकिंग के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म और डेटा प्रबंधन का उपयोग किया गया।
पीपलू की स्थानीय टीम को मिल रही बधाई
गौरतलब है कि इस शानदार सफलता के लिए पीपलू के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों, कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा वर्करों, सुपरवाइज़रों, और बाल विकास परियोजना अधिकारी की सराहना की गई।