फ्रूट ग्रेडिंग मशीन से किन्नू, सेब, आम, अनार, संतरा, मौसमी व स्ट्राबॅरी आदि फलों की रंग, आकार, आकृति व वजन के अनुसार ग्रेडिंग की जा सकती है। इससे किसानों को करीब 20 से 25 फीसदी मुनाफा बढ पाएगा। गुप्ता ने बताया कि ऐलनाबाद के एक एफपीओ, पेप्सी, आइटीसी कंपनी के साथ हरियाणा सरकार के इंडोइजरायली केंद्रों में भी उनकी मशीन से सफलतापूर्वक ग्रेडिंग की जा रही है।
नितिन ने एमजीआर यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग (बीटेक) की। उनका वर्ष 2008 में भारत की सर्वोच्च संस्था इसरो में वैज्ञानिक पद पर चयन हुआ। लेकिन उन्होंने यह छोडक़र इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बैंगलुरू से मास्टर ऑफ डिजाइन की डिग्री हासिल की। वर्ष 2014 उन्होंने विनय रेड्डी के साथ अहमदाबाद में स्किल इनोवेशन कंपनी स्थापित की। स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्ट्रेशन होने पर वर्ष 2015 में उनकी कंपनी टॉप 35 स्टार्टअप में चयनित हुई।
उन्हें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अमरीका की सिलिकॉन वैली में जाने का मौका मिला। वहीं, साढ़े पांच साल पहले कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से उनकी कंपनी को पांच लाख रुपए का राष्ट्रीय उद्यमशील पुरस्कार भी मिला।