मंदिर में दुष्कर्म करता था पुजारी, पत्रकार को लगी भनक तो करवा दी हत्या, राघवेंद्र हत्याकांड की इनसाइड स्टोरी
Sitapur Journalist Murder Case: सीतापुर में बीते दिनों पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। मंदिर के पुजारी ने पत्रकार की हत्या करवाई है। घटना में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला ?
Sitapur Journalist Murder Case Full Story: सीतापुर में एक प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई के हत्या का खुलासा पुलिस ने किया है। पुलिस ने बताया कि मंदिर के पुजारी ने दुष्कर्म छुपाने के लिए पत्रकार राघवेंद्र बाजपाई की हत्या करायी थी। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें कारेदेव बाबा मंदिर के पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर उनके करीबी निर्मल सिंह और असलम गाजी को गिरफ्तार किया गया है।
राघवेन्द्र बाजपेयी का सीतापुर जनपद के महोली क्षेत्र स्थित कार्य देव मंदिर में नियमित आना-जाना था। पिछले 5–6 महीनों से वे मंदिर में अधिक समय बिताने लगे थे। इस मंदिर के मुख्य पुजारी रमाकान्त मिश्रा, जो कारीपाकर थाना क्षेत्र के निवासी हैं, पूजा-पाठ की जिम्मेदारी संभालते हैं।
विकास हत्या का मुख्य आरोपी
मंदिर में ही एक व्यक्ति विकास राठौर नाम बदलकर “विकास मिश्रा उर्फ शिवानंद” के नाम से पिछले पांच वर्षों से रह रहा था। वह मुख्य पुजारी की पूजा में सहायता करता था और तंत्र, ज्योतिष एवं अन्य धार्मिक क्रियाकलापों में भी संलग्न रहता था। राघवेन्द्र और विकास के बीच मंदिर में मुलाकातों के चलते मित्रता हो गई थी।’
विकास राठौर पर मंदिर में सेवा कर रहे एक नाबालिग बालक के साथ पिछले कुछ महीनों से यौन शोषण का गंभीर आरोप है। इसके अलावा, विकास के कई अन्य पुरुषों के साथ समलैंगिक संबंध भी थे। फरवरी में राघवेन्द्र ने विकास को उस नाबालिग के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। विकास को आशंका हो गई कि राघवेन्द्र यह रहस्य सबके सामने उजागर कर सकते हैं, जिससे उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा और मंदिर में उसका स्थान खतरे में पड़ सकता था।
राघवेंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश
इस भय के चलते, विकास ने राघवेन्द्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने मंदिर में आने-जाने वाले दो अपराधियों – निर्मल सिंह और असलम गाजी – से संपर्क साधा। यह संपर्क उसने राहगीरों के मोबाइल का उपयोग कर किया ताकि खुद को घटना से अलग रख सके। विकास ने दोनों को राघवेन्द्र की हत्या के लिए चार लाख रुपये नकद में सुपारी दी। इसके बाद उन्होंने एक-दूसरे के संपर्क नंबर भी डिलीट कर दिए। विकास ने राघवेन्द्र से सामान्य और मधुर व्यवहार बनाए रखा ताकि किसी प्रकार का शक न हो।
विकास ने राघवेंद्र को बुलाया
8 मार्च की सुबह 10 से 12 बजे के बीच विकास ने किसी बहाने से राघवेन्द्र को मंदिर बुलाया। इसके दो दिन पहले, 6 मार्च की शाम को वे दोनों पुजारी रमाकान्त और अन्य लोगों के साथ खीरी में रासलीला देखने गए थे। वहीं पर विकास की मुलाकात कोमल मिश्रा नामक एक कलाकार से हुई, जिससे उसने नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की।
8 मार्च को दोपहर करीब 3 बजे राघवेन्द्र की हत्या कर दी गई। विकास को कई जान-पहचान वालों के जरिए इस घटना की जानकारी मिली। उसी दिन दोपहर 3:40 बजे विकास ने कोमल को कॉल किया। कोमल ने फोन पर कहा कि “आज बड़ा काम हो गया है, चलो पार्टी करते हैं।”
इसके बाद विकास और कोमल ने साथ में खरीदारी की, फिर सीतापुर के राजस्थानी होटल में जाकर खाना खाया और एक कमरा बुक कर रात वहीं रुके। वहाँ दोनों ने छह बीयर की बोतलें और भांग का सेवन किया। रात में विकास द्वारा कोमल के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए गए।
08 मार्च 2025 (शनिवार) को सीतापुर के लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हेमपुर रेलवे क्रासिंग के पास बने ओवर ब्रिज पर राघवेंद्र वाजपेई की हत्या कर दी गई थी। राघवेंद्र एक प्रतिष्ठित अखबार के रिपोर्टर और एक RTI एक्टिविस्ट थें। उनकी हत्या के बाद क्षेत्र में दुख और रोष व्याप्त था। पुलिस को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है।
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