होगा सीधा लाभ
सीकर जिले में हर साल रबी सीजन के दौरान औसतन 55 हजार हेक्टेयर में सरसों की बुवाई की जाती है लेकिन पिछले कई वर्षों में सर्दी के सीजन में पाले की चपेट में आने के कारण या किसी एक विशेष तिलहनी फसल का बम्पर उत्पादन होने से भावों में गिरावट आ जाती है। इससे एक ओर जहां किसान को नुकसान होता है। वहीं, दूसरी तरफ आमजन को महंगाई की मार झेलनी पड़ती है।शेखावाटी के लिए आई अच्छी खबर, चार महीने में पूरा हो जाएगा ये बड़ा काम
और सुधार होगा
सरकार की इस पहल से न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। स्थानीय स्तर पर तेल उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता में सुधार होगा। इसको लेकर विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। किसानों को योजना का लाभ उठाना चाहिए।-रामनिवास पालीवाल, अतिरिक्त निदेशक कृषि खंड सीकर