उत्सव वेडिंग डिजाइन कंपनी के निदेशक अविराम पात्रा ने बताया कि मेले में मंदिर परिसर को होलेंड, साउथ अफ्रीका, कोलंबिया, न्यूजीलैंड, चीन, इटली, बैंकाक के हाइडेंजिया, पिनोनोप्सी, इंपोशिया, डिशबर्ड, रेड बेरी, ऑर्चिड सहित 20 प्रकार की विभिन्न प्रजाती के फूलों सहित भारत के गुलाब, कार्निशियन, लीली एंथोरियम, एल्कोनिया, किशतिवाम सहित 65 किस्म के फूलों से सजाया जाएगा।
मेले में ये खास इंतजाम
-5000 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
-1500 छातों से होगी श्रद्धालुओं की छांव
-400 कैमरों से होगी मेले की निगरानी
-325 चिकित्साकर्मी रहेंगे मौजूद
-150 कारीगर सजाएंगे बाबा का दरबार
-14 हेड कैमरे करेंगे श्रद्धालुओं की गणना
-12 स्थानों पर लगेंगे मेडिकल शिविर
-22 एंबुलेंस रहेगी तैनात
-12 बाइक एंबुलेंस करेगी मदद
-6 ड्रोन से होगी निगरानी
-4 जीवनरक्षक एंबुलेंस
-8 देशों के फूलों से सजेंगे श्याम दरबार
यूं पहुंच सकेंगे मंदिर
खाटू आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार पहले रींगस रोड पर नगरपालिका के सामने से गुणगान नगर के रास्ते से मुख्य प्रवेश मार्ग से प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु खटीकान मोहल्ले से केरपुरा तिराहे से चारण मैदान में बने जिगजैग से होते हुए लखदातार मैदान में बने जिगजैग को पार करते हुए मोक्षधाम से कुमावत कृषि फार्म तक के रास्ते से गुजरेंगे। यहां से भक्तों को 75 फीट के मुख्य मेला मैदान से 14 सीधी लाइनों से मंदिर में पहुंचना होगा। इस रूट में चारण मैदान का उपयोग तभी होगा जब भीड़ का दबाव बढ़ेगा।