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शिवपुरी

एमपी में एक साथ उठीं 7 अर्थियां, चीख-पुकार से दहला पूरा गांव

Shivpuri Boat Incident latest update: एमपी के शिवपुरी जिले के खनियांधाना थाना क्षेत्र रजावन गांव का मामला, बेतवा नदी में नाव डूबने से हुआ था हादसा, गांव में मची चीख पुकार, एक साथ उठीं 7 अर्थियां देख हर आंख हुई नम….

शिवपुरीMar 20, 2025 / 01:20 pm

Sanjana Kumar

shivpuri news
Shivpuri Boat Incident latest Update: खनियांधाना थाना क्षेत्र रजावन गांव में मातम पसरा हुआ था। गांव में एक साथ सात अर्थियां उठीं तो वहां चीख पुकार मच गई। गांव में शायद ही कोई ऐसा हो जिसकी आंख नम न हुई हों। होली के पर्व को लेकर जहां पूरे गांव में सभी इस त्योहार की खुशियां मना रहे थे और मंगलवार को भी नदी के टापू स्थित सिद्ध बाबा मंदिर पर होली का फाग खेलने के लिए एक ही परिवार के 13 लोग जा रहे थे। इन 13 में से 7 लोगों की मौत होने से न केवल परिवार बल्कि, पूरे गांव में मातम का माहौल है। इतना ही नही गांव का हर व्यक्ति यही बात करते हुए नजर आ रहा है कि बहुत बुरी घटना हुई, जिसमें चार छोटे-छोटे बच्चों के साथ तीन महिलाओं की भी मौत हो गई। इस घटना से पूरा परिवार बिखर गया। रंग पंचमी बुधवार को होने वाले गांव के कार्यक्रम भी निरस्त हो गए।

आठ लोगों को पानी से खींचा

घटनास्थल पर दूसरी नाव से आए शीतल जाटव व प्राणसिंह ने बताया कि हम कुछ लोगों को नदी में मौजूद टापू के सिद्ध बाबा मंदिर पर छोड़कर आ रहे थे। तभी देखा कि एक नाव डूब रही है। ऐसे में हम दोनों ने अपनी नाव को तेज चलाया और मौके पर पहुंच गए तथा एक-एक करके 8 लोगों को पानी में से खींचकर अपनी नाव पर बिठा लिया, जबकि कुछ लोग पानी में समा गए।

14 साल के बच्चे ने मां व ताई की बचाई जान

घर से खुशी-खुशी बेतवा नदी में टापू पर स्थित सिद्ध बाबा मंदिर जाने के लिए निकले थे। नाव में सवार होकर कूछ दूर ही पहुंच पाए थे कि पीछे से नाव में पानी भरने लगा। नाव में पानी भरता देखकर उसमें बैठी महिलाएं घबराने लगीं और सभी एक तरफ बैठने लगी। तभी नाव धीरे-धीरे पानी में डूबने लगी। नाव में सवार हम सभी बचने के लिए हाथ-पैर चलाने लगे। तभी कुछ देर में मौके पर एक दूसरी नाव आई और उसमें सवार दो लोगों हमें पकड़कर नाव में बिठा लिया। यह बात घटना के प्रत्यक्षदर्शी व नाव में सवार 14 साल के जॉनसन पुत्र अनूप लोधी ने बताई। जॉनसन ने बताया कि मुझे थोड़ा बहुत तैरना आता है तो वह पानी में हाथ-पैर चला रहा था और उसने न केवल खुद को बल्कि अपनी मां सावित्री व ताई ऊषा को बचा लिया।
नाव पर सवार व सुरक्षित बचे 14 साल के जॉनसन ने बताया कि घटना के दौरान बच्चे बार-बार पानी में जा रहे थे और उनको बचाने के फेर में ही हमारे परिवार की तीन महिलाएं पानी में डूब र्गइं। अगर बच्चे नहीं होते तो यह तीनों भी जैसे-तैसे हमारे साथ बच जातीं। जॉनसन ने बताया कि नाव में पहले से कोई दिक्कत थी, जिससे उसमें पानी भरने लगा और जब नाव डूबने वाली थी तो नाव चला रहे प्रदीप व एक अन्य नाव को छोड़कर तैरते हुए भाग गए। इसके बाद नाव में अफरा-तफरी होने से यह पूरी घटना हो गई। इधर इस मामले में नाव चलाने वाले प्रदीप ने बताया कि मुझे लगा कि नाव तो डूब रही है और इतने लोगों को बचा नहीं पाएगा। ऐसे में मैं यदि वहां से नहीं भागता तो तो यह लोग मुझे भी खुद को बचाने के फेर में डुबा देते।

कई सालों से है नदी में टापू पर स्थित सिद्ध बाबा मंदिर पर लोगों का आना-जाना

गांव के लोगों ने बताया कि वह आज से नहीं बल्कि, कई साल से हर होली के चौथे दिन फाग खेलने के लिए नदी के बीच में मौजूद टापू पर स्थित सिद्ध बाबा मंदिर पर जाते हैं। इन लोगों से पहले भी कुछ लोग वहां पर जा चुके थे, इस बार ही यह एकाएक घटना होने से इतने लोगों की जान चली गई। लोगों ने बताया कि करीब 500 मीटर दूर नदी के अंदर वह टापू है जहां 50 साल पुराना सिद्ध बाबा का मंदिर है। तब से लेकर आज तक लोगों का नाव से ही यहां पर आना-जाना बना रहता है।

हमने टोका भी था पर किसी ने नहीं सुना

घटना में सुरक्षित बची रामदेवी पत्नी ऊषा लोधी ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब हम नाव में बैठे और नाव जैसे ही पानी में चली तो एक कोने से थोड़ा-थोड़ा होकर पानी आ रहा था, मैंने नाव चलाने वालों से बोला कि देखो यह पानी भर रहा, लेकिन नाव चलाने वालों ने कहा कि तुम तो महिला हो, जल्दी घबरा जाती हो, कोई दिक्कत नहीं है। इसके बाद कुछ दूर आगे चलने पर हालात बिगड़ गए और मेरी आंखों के देखते ही देखते हमारे परिवार के 7 लोग हमको हमेशा के लिए छोड़कर चले गए। यह दृश्य काफी पीड़ादायक था जब बच्चे पानी में डूब रहे थे और घबराते हुए बचने का प्रयास कर रहे थे।

घटना पर प्रशासन की लापरवाही आई सामने

पूरी घटना को लेकर एक बड़ी लापरवाही प्रशासन की सामने आई है। जब यह सभी को पता था कि इस गांव से नदी के बीच टापू पर बने मंदिरो पर आज से नही बल्कि कई सालों से गांव के लोगों का आना-जाना है तो नाव पर जाते समय सुरक्षा के इंतजाम प्रशासन ने क्यों नही किए। जिन नाव से आना-जाना है, वह नाव जिन ठेकेदारों की है, उन ठेकेदारों ने लाइफ जैकेट से लेकर अन्य दूसरे सुरक्षा के उपाए क्यों नही बरते। अगर आज सुरक्षा के इंतजाम होते तो एक साथ 7 लोगो की जीवन खत्म नही होता। अभी पुलिस ने इस मामले में महज मर्ग ही कायम किया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

प्रभारी मंत्री पीड़ित परिजन से मिले

एक साथ 7 लोगों की मौत की खबर लगते ही भोपाल से शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युन सिंह तोमर खनियांधाना के ग्राम रजावन पहुंचे और पीड़ित परिवार के लोगों से मिलकर दुख की घड़ी में ईश्वर से शक्ति प्रदान करने की कामना की। प्रभारी मंत्री ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि जो भी सरकार से मदद होगी, वह परिवार की हमेशा की जाएगी। इस दुख की घड़ी में सरकार उनके साथ है। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस घटना को लेकर खेद प्रकट किया है। मंत्री तोमर के साथ पिछोर विधायक प्रीतम लोधी, कलेक्टर रविन्द्र चौधरी, एसपी अमन सिंह राठौड़, जिपं सीईओ हिमांशु जैन सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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