शहडोल की अमलाई पुलिस ने बटुरा में अवैध रूप से संचालित कोयला खदानों को मशीन के माध्यम से बंद करा दिया है। कोयला का अवैध उत्खनन करने वाले तीन नामजद व कई अन्य पर मामला दर्ज किया गया है।
शनिवार को एसपी के निर्देश पर अमलाई पुलिस ने सुबह 11 बजे से खदान को बंद कराने की कार्रवाई शुरू की जो शाम 5 बजे तक जारी रही। पुलिस ने बताया कि इसके पूर्व भी अवैध गोफ को बंद कराने की कार्रवाई की गई थी।
कुछ दिन पहले जानकारी मिली कि फिर से गोफ से कोयला निकाला जा रहा है। शुक्रवार को पुलिस ने बटुरा सोन नदी के आसपास मुनादी कराई। इसके बाद शनिवार की सुबह से गोफ बंद करने की कार्रवाई चालू कर दी गई।
कोयले का अवैध खनन
थाना प्रभारी जेपी शर्मा ने बताया कि कोयले का अवैध खनन करने वाले कमलेश केवट, पूरन महरा एवं प्रेमलाल केवट सहित अन्य पर मामला दर्ज किया गया है। अवैध कोयला भी जब्त किया गया है। बता दें कि शहडोल में पिछले कई सालों से खनन माफिया हावी है। पुलिस और बड़े अधिकारियों से सांठगांठ के चलते माफिया पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती। कई बार विस्फोटक लगाकर भी खनन कराया जाता है। कई जगहों पर अवैध कोयला खनन की वजह से गहरी खाइयां तक बन चुकी हैं। पुलिस और खनिज विभाग की टीम ने कई बार इन्हें भरवाया है।
क्षेत्रों को खोखला करते 8 से 10 लम्बी सुरंगें बना ली
अवैध खदानों से रात भर कोयला निकालने के बाद शहडोल और अनूपपुर से होकर दूसरे जिलों के लिए कोयला सप्लाई कर दिया जाता है। 4 साल पहले तो मरखी देवी केशवाही क्षेत्र में बेखौफ कोल माफिया ने नदी के आसपास क्षेत्रों को खोखला करते 8 से 10 लम्बी सुरंगें बना ली थीं। मजदूरों को इन सुरंगों के भीतर उतारकर अवैध खनन कराया जाता था। बाद में प्रशासन ने कार्रवाई कर बुलडोलर और मशीन बुलवाकर इन सुरंगों को भरा। अमलाई पुलिस द्वारा बटुरा में कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में अवैध कोयले का उत्खनन धड़ल्ले से हो रहा है। माफिया कोयला निकाल कर जमीन को अंदर ही अंदर खोखला कर रहे हैं।
इधर अमलाई थाना प्रभारी जेपी शर्मा ने बताया कि बटुरा क्षेत्र में अवैध कोयला खदानों को जेसीबी से भरवाकर बंद करवा दिया है। अवैध खनन को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।