अमित शाह बोले- विश्व को देखने का नजरिया कैसा हो
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए एक ही कालखंड में दो महापुरुष भारतीय राजनीति ने देश को दिए। दोनों का जन्म 1916 में हुआ। नानाजी देशमुख और पंडित दीनदयाल उपाध्याय। जब देश आजाद हुआ, नीतियां बन रही थीं, जो भारत का सम्मान करते हैं वह सभी लोग आजाद हुए देश की नीतियों को बड़े दुख और चिंता के साथ देख रहे थे क्योंकि, देश की विदेश नीति हो, अर्थ नीति हो, शिक्षा नीति, कृषि नीति हो एक में भी हमारे चिर पुरातन राष्ट्र की मिट्टी की खुशबू नहीं थी।
पश्चिम नीतियां बनाने का काम किया पंडित नेहरु
आगे शाह ने कहा कि पश्चिम से उठाए गए सिद्धांतों का हिंदीकरण करके नीतियां बनाने का संतोष जवाहर लाल नेहरू की कांग्रेस की सरकार ने किया। उस वक्त पंडित दीनदयाल ने एकात्म मानववाद का सिद्घांत प्रस्तावित करके बताया हमारा हमारी विदेश नीति कैसी हो। विश्व को देखने का नजरिया कैसा हो वो। भारत के विकास के मॉडल को अंत्योदय के रूप में रखा।