अदालत के आदेश पर कराए गए नष्ट
आप सोच रहे होंगे कि इतने तमंचे और कारतूस आए कहां से ? आपके जहन में उठ रहा यह सवाल बिल्कुल जायज है। दरअसल ये सभी हथियार चेकिंग में पकड़े हुए थे। जब पुलिस किसी को पकड़ती है तो उससे बरामद होने वाले हथियार को मालखाने में रख लिया जाता है। जब यह मामला अदालत में चलता है तो अदालत में पुलिस को बरामद हथियार लेकर जाना होता है और दिखाना होता है कि ये हथियार आरोपी से मिला था। इस तरह एक के बाद एक मालखाने में इनकी संख्या बढ़ती जाती है। अब सदर मालखाने से इन तमंचों को नष्ट किया गया। इसके लिए अदालत से अनुमति ली गई।
1987 से संभालकर रखें थे पुलिस ने
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ये सभी अवैध हथियार पुलिस ने 1987 से संभालकर रखे हुए थे। अब अदालत के आदेश पर 1987 से वर्ष 2000 तक जितने भी अवैध हथियार पकड़े गए थे उन सभी को नष्ट कराया गया है। वर्ष 2000 के बाद पुलिस ने जो भी हथियार पकड़े और बरामद किए वो सभी अभी तक संभालकर रखे हुए हैं। अदालत का कहना है कि इनको नष्ट नहीं कराया जा सकता है। इनमें से अधिकांश के मुकदमें अभी अदालत में विचाराधीन हैं।