अरिहंत, सिद्ध, आचार्य एवं उपाध्याय यह चार ही शरण है, चार ही मंगल है। अपने ह्रदय में भगवान को बिठाना बहुत कठिन है, प्रभु की आराधना करने के लिए कई चातुर्मास गुजर जाएंगे।
सागर•Jun 15, 2023 / 07:28 pm•
रेशु जैन
Hindi News / Videos / Sagar / प्रभु की आराधना करने के लिए कई चातुर्मास गुजर जाएंगे : मुनि समय सागर