जानकारी के अनुसार लोक कंपनी की गाडी़ की सर्विस के लिए भी कोई वर्कशॉप नहीं मिल रही है। इन गाडिय़ों के खराब हो जाने के बाद इनकी रिसेल वैल्यू नहीं होती है। लगातार ईवी की बैटरी समय से पहले खराब होने के केस सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं लोकल से लेकर बड़ी कंपनियां ईवी का डैमेज कंट्रोल नहीं कर पा रही हैं।
बड़ी कंपनी दे रहीं हैं गारंटी
दो पहिया गाडी़ शोरूम कंपनी के मैनेजर कपिल श्रीवास ने बताया कि जिन गाडिय़ों की शोरूम से बिक्री हो रही है, उनके पास वर्कशॉप है। उन्होंने बताया कि बाजार में कई लोकल कंपनी की गाड़ियां हैं, जिनकी कीमत 40 से 80 हजार रुपए है। लोकल कंपनी में गारंटी कम मिलने से परेशानी आ रही हैं। कंपनी की गाडिय़ों में थोड़ा समय लगता है, लेकिन सर्विस और बैटरी दोनों की गांरटी दी जा रही है। कंपनी से बैटरी एवं सर्विस की जानकारी को पता करके गाड़ियां खरीदें। बैटरी की गारंटी मिलने के बाद गाड़ी अच्छी सर्विस देगी।
3 हजार में बेच दी गाड़ी
दयानंद वार्ड में संजय जैन ने बताया कि उन्होंने लोकल कंपनी की 50 रुपए की ईवी खरीदी थी। बैटरी खराब होने के बाद उसको वापस नहीं किया गया। कुछ दिनों के बाद गाडी़ को ऑनलाइन कबाड़ के भाव में बेच दिया। 50 हजार रुपए की गाडी़ 3 हजार रुपए की बिक गई। सदर निवासी रोहित केसरवानी ने बताया कि ईवी खरीदने एक साल के बाद बाइक का मोटर बेल्ट टूट गया, जो उन्हें कंपनी ने वेटिंग के बाद तीन माह में उपलब्ध कराया। उसके बाद फाइबर बॉडी टूट गई थी। फाइबर बॉडी न बदलने से गाडी़ कबाड़ बन गई।