बीना पीपुल्स केयर अस्पताल में जब टीम जांच करने पहुंची, तो वहां सोनोग्राफी करते हुए सरकारी अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा कटारे मिलीं। एसडीएम के पूछने पर उन्होंने बताया कि वह बुलाने पर अस्पताल में सिर्फ सोनेग्राफी करने के लिए आती हैं। इस संबंध में वहां मौजूद मरीजों के बयान लेकर पंचनामा तैयार किया गया है, जिसमें मरीजों ने बताया कि सिविल अस्पताल में डॉ. कटारे ने उनका चैकअप किया था और फिर सोनोग्राफी कराने के लिए अस्पताल आए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनोग्राफी मशीन राजेश कुमार वैन के नाम से चल रही है, जो मौजूद नहीं थे और जांचें की जा रही थीं।
बीएमओ डॉ. राजेश पस्तौर ने बताया कि बीना पीपुल्स केयर अस्पताल में संचालक न होने और स्टाफ न मिलने पर एसडीएम के निर्देश पर अस्पताल सील की है। साथ ही सोनोग्राफी मशीन जिसके नाम पर है, उसका मौजूद होना जरूरी है और उसके ही रिपोर्ट पर हस्ताक्षर होते हैं। यदि कोई और सोनोग्राफी करता है, तो उसकी भी अनुमति होना जरूरी है।
अस्पताल और क्लीनिक संचालकों से दस्तावेज मांगें गए हैं। यदि दस्तावेज नहीं मिलेंगे, तो फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना