रतलाम। वर्तमान समय में व्यक्ति की आंख से आंसू और आंसूओं को आश्रय देने वाला कंधा दोनों गायब है। इसके कारण लोगों के जीवन में तनाव विषाद, डिप्रेशन बढ़ता जा रहा है। इसलिए 24 घंटे में एक बार रोना भी सीखों। भगवान के चरणों का प्रक्षालन जल की जगह आंसू से करके देखों, यह प्रभु भक्ति की चरम अवस्था है। यह वो स्थिति है जहां प्रभु के साक्षात दर्शन हो सकते हैं।
रतलाम•Jun 17, 2023 / 10:44 pm•
Gourishankar Jodha
Hindi News / Videos / Ratlam / Watch video : 24 घंटें में एक बार रोना भी सीखों