सामने आए दो केस
केस पहला: महासमुंद जिले के एक 10वीं के छात्र को शुक्रवार की सुबह करीब 9 बजे कॉल आया। जब छात्र ने कॉल रिसीव किया तो कहा कि उसे माध्यमिक शिक्षा मंडल से बोल रहा हूं। आपका पेपर हमारे पास चेक करने के लिए आया है। पेपर चेकिंग के दौरान विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और संस्कृत में 10 अंक मिलने की बात कही। अगर तीनों विषयों में पास होना है, तो तुरंत 10000 हजार हमारे खाते में डाल दो। ऐसा सुनते ही छात्र परेशान हो गया था। उसने तुरंत कॉल कट दिया और अपने
शिक्षक से बात की। शिक्षक ने छात्र को समझाया कि ऐसा कभी नहीं होता है।
केस दूसरा: सरायपाली में रहने वाले एक शिक्षक परिवार में शनिवार एक कॉल आया। छात्रा ने कॉल रिसीव किया तो दूसरी ओर से परीक्षा में फेल करने की बात करने व्यक्ति करने लगा था। छात्रा को फेल होने से बचने रुपए की इच्छा जाहिर करने लगा था। हर विषय के लिए 10000 हजार की मांग करने लगा था। इससे घबराकर बच्ची ने अपने पिता को फोन दिया। पिता के फोन उठाया तो उस व्यक्ति फिर उनसे भी रुपए की बात करने लगा था। पिता शिक्षक होने से पहले ही उसकी बातें भांप गया। उससे जैसे की कठोरता से बात करने पर उसने फोन काट दिया।