इस मामले की जानकारी देते हुए सीएसपी आकाश शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीम लगातार संदिग्धों पर नजर बनाए हुए थी। इसी बीच सूचना मिली कि एक किशोर बालक पूंजीपथरा क्षेत्र से चोरी की बाइक रूड़ुकेला-लैलूंगा में खपाने की जानकारी मिली। ऐसे में साइबर सेल और थाना पूंजीपथरा पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की।
पूछताछ में खुलासा
इस बीच वह खुलासा करते हुए बताया कि अब तक 10 बाइक, 2 रेंजर साइकिल और 3 मोबाइल चोरी की है। उसने बताया कि यह सभी संपत्ति उसने अपने सहयोगी सोनू चौहान के साथ मिलकर जेसीयल भगत, सुधीर मालाकार और विकास जायसवाल को बेची है। पूछताछ के बाद पुलिस ने विधि के संघर्षरत बालक के मेमोरेंडम के आधार पर बोईरदादर, लाखा प्लांट, राबो डेम, सरायपाली, सालासर चौक, गेरवानी और ओडिशा के बरगढ़ सहित विभिन्न इलाकों से चोरी की घटनाओं की पुष्टि की। वहीं पूंजीपथरा थाने में चार अलग-अलग अपराध दर्ज किया गया है। उक्त घटना को भी इसी ने अंजाम दिया था। इस तरह जब्त हुए चोरी के सामान
पूछताछ और ततीश के बाद पुलिस ने विधि के संघर्षरत बालक के पास से एक डिस्कवर बाइक, दो हीरो स्प्लेंडर, एक स्कूटी डेस्टिनी और दो मोबाइल बरामद किया। वहीं जेसीयल भगत से दो एचएफ डीलक्स बाइक, सुधीर मालाकार से दो एचएफ डीलक्स बाइक, दो रेंजर साइकिल और एक मोबाइल, विकास जायसवाल से एक एचएफ डीलक्स बाइक व सोनू चौहान से एक लिवो बाइक बरामद की। इस तरह कुल 10 बाइक, 2 साइकिल और 3 मोबाइल जब्त किए गए।
कार्रवाई में इनकी रही भूमिका
इस गिरोह को पकड़ने में थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा, उप निरीक्षक विजय एक्का, एएसआई जयराम सिदार, प्रधान आरक्षक विनीत तिर्की, सतीश सिंह, नंद साय कंवर तथा साइबर सेल से प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, बृजलाल गुर्जर, आरक्षक पुष्पेंद्र जाटवर, प्रशांत पंडा, महेश पंडा, विकास प्रधान, वि₹म सिंह, सुरेश सिदार प्रताप बेहरा, थाना पूंजीपथरा के अभिषेक द्विवेदी, सुरेंद्र यादव, फिलमोन लकड़ा और विक्रम कुजुर की विशेष भूमिका रही।