जबकि एक महिला अब भी फरार है। पुलिस को उनके पास से उगाही में इस्तेमाल किए गए पांच मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों आगरा निवासी शिवम शर्मा, रोहित कुमार और हरियाणा के राजन उर्फ राजू को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक महिला आरोपी फरार है। जिसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि कुछ दिनों पहले दो लोगों ने शिकायत दी थी कि ‘बॉडी मसाज’ के बहाने उनके साथ ठगी हुई है। मसाज देने वाली युवती के साथ उनकी चुपके से आपत्तिजनक तस्वीरें खींची गईं और बाद में सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगे गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना फेज-3 प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने जांच कर गिरोह को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने ‘रॉयल मसाज थेरेपी’ के नाम से जस्ट डायल ऐप पर प्रोफाइल बनाकर सेक्टर-70 का पता दिया था, जिससे वे ग्राहकों को फंसाते थे। लड़की के साथ खींचते थे अश्लील तस्वीरें
जैसे ही किसी ग्राहक से मसाज की बुकिंग मिलती, आरोपी ग्राहक के बताए स्थान पर लड़की को भेज देते थे। इस गैंग में शिवम शर्मा और रोहित कुमार कॉलिंग का काम करते थे। ये दोनों ग्राहक से फोन पर अच्छी सर्विस और भरोसे का वादा कर उन्हें तैयार करते थे। वहीं, राजन उर्फ राजू टैक्सी ड्राइवर है, जो लड़की को ग्राहक तक पहुंचाने का काम करता था। जब लड़की ग्राहक के पास पहुंचती। तब गैंग के सदस्य चुपके से उसकी तस्वीरें ग्राहक के साथ खींच लेते। बाद में इन्हीं तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी। ट्रांजैक्शन पूरा होने के बाद आरोपी अपना मोबाइल नंबर बदल देते थे।
तीन विकल्प दिखाकर बताते थे फायदे
आरोपी ग्राहक को मसाज के लिए तीन विकल्प देते थे। इनमें होटल, गोपनीय स्थान और घर शामिल होता था, लेकिन जालसाज ग्राहक के घर पर लड़की भेजने से बचते थे। इसके लिए वे पहले दो विकल्पों के फायदे गिनाकर ग्राहक को राज़ी करते थे। जिससे लड़की को घर न जाना पड़े और ऑपरेशन आसानी से अंजाम दिया जा सके। पुलिस का कहना है कि जब आरोपियों के मोबाइल फोन खंगाले गए तो उनमें लाखों रुपये के ट्रांजैक्शन की जानकारी सामने आई। खासतौर पर 20,000 और 5,000 रुपये के दो संदिग्ध लेनदेन हाल के दिनों में किए गए थे। इन मोबाइलों को अब फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
फोटो किसी और की दिखाकर भेजते थे दूसरी लड़की
गिरोह द्वारा ग्राहकों को जिस लड़की की तस्वीर मोबाइल पर भेजी जाती थी। असल में उसकी जगह दूसरी लड़की भेजी जाती थी। जब ग्राहक इसका विरोध करता या सर्विस लेने से मना करता, तो उसे आपत्तिजनक तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर रुपये वसूले जाते थे। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि जिन लड़कियों को भेजा जाता था। उनका गैंग से क्या संबंध था और क्या वे मजबूरी में ऐसा कर रही थीं या गिरोह की सहयोगी थीं। एक युवती को पुलिस ने वॉन्टेड घोषित किया है। 75 लोगों से की गई ठगी, 30 प्रतिशत की हिस्सेदार थी लड़की
पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि यह गैंग अब तक करीब 75 लोगों को अपना शिकार बना चुका है। शिवम और रोहित पहले से दोस्त थे और उन्होंने मिलकर राजन को भी अपने गिरोह में शामिल किया। गिरोह द्वारा वसूली गई रकम को तीनों बराबर बांट लेते थे। जबकि लड़की को सर्वाधिक 30 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता था। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, यह गिरोह पिछले एक साल से सक्रिय था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इस गिरोह ने नोएडा के अलावा अन्य शहरों में भी इसी प्रकार की वारदातें तो नहीं की हैं।