शवों पर किए प्रयोग ईजेनेसिस के सीईओ माइक कर्टिस ने बताया कि चार मृत लोगों के शरीरों के साथ किए गए प्रयोगों में पाया गया कि सुअर के कलेजे की बदौलत इंसानी कलेजा दो-तीन दिन तक कुछ तरह के काम कर सकता है। अमरीका में हर साल करीब 35,000 लोगों का कलेजा अचानक काम करना बंद कर देता है। इलाज के विकल्प कम हैं। ऐसे मामलों में मृत्यु दर 50 फीसदी तक है।
किन पर होगा ट्रायल ट्रायल के लिए इंटेंसिव केयर में भर्ती 20 ऐसे मरीजों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें ट्रांसप्लांट के योग्य नहीं पाया गया। एक उपकरण के जरिए इन मरीजों के खून को सुअर के कलेजे के रास्ते पंप किया जाएगा। यह जीन-एडिटेड सुअरों के अंगों से इंसानी जिंदगियां बचाने की नई कोशिश होगी।